रिपोर्ट में किया गया दावा, झारखंड में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा फोर्टिफाइड चावल
Fortified Rice: फोर्टिफाइड चावल का अर्थ है, पोषणयुक्त चावल। फोर्टिफाइड चावल में आम चावल की तुलना में आयरन, विटामिन बी-12, फॉलिक एसिड ज्यादा पाया जाता है।

कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि आदिवासी जनसंख्या की बहुलता वाले झारखंड जैसे राज्यों में जहां काफी बड़ी संख्या में लोग सिकल सेल अनेमिया, थैलिसीमिया, और ट्यूबरक्लोसिस जैसी बिमारियों से पीड़ित हैं, वहां सरकार को तुरंत फोर्टीफाइड राइस का वितरण रोक देना चाहिए। वरना इस जनसंख्या को अत्यधिक लोह युक्त भोजन के कारण बहुत सारी बिमारियों से जूझना पड़ेगा।
फोर्टीफाइड राइस वितरण परियोजना क्या है?
केंद्र सरकार ने अपनी पायलट परियोजना के तहत हर राज्य के एक चिन्हित जिले में आयरन और विटामिन के पोषण से युक्त चावल (फोर्टीफाइड राइस) के वितरण के लिए राज्य सरकार को आदेश दिया था। जहां इस परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों तक पोषणयुक्त भोजन पहुंचाना और भारत को कुपोषण से लड़ने में मदद करना था। वहीं इस परियोजना के तहत सरकारी विद्यालयों में मिल रहे मिड-डे मिल और आंगनबाड़ी केंद्रों को भी शामिल किया गया है।
फोर्टीफाइड राइस से चुनौतीयां?
फोर्टीफाइड राइस आयरन और विटामिन की कमी से ग्रसित लोगों के लिए कारगर है, परंतु झारखंड जैसे आदिवासी बहुल प्रदेशों में बहुत बड़ी आबादी थैलिसीमिया, सीकल सेल अनेमिया, मलेरिया जैसे रोगों से ग्रस्ति है, इन रोगों की वजह उनके शरीर में अत्यधिक मात्रा में आयरन का होना है, वहीं ट्यूबरक्लोसिस जैसे रोग में शरीर आयरन का अवशोषण नहीं कर पाता। ऐसी परिस्थिति में इन रोगियों द्वारा फोर्टीफाइड राइस के सेवन से उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता और कार्यक्षमता पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। वहीं समस्या और भी गंभीर इसलिए है, क्योंकि बड़ी आबादी या तो इन बिमारियों से अंजान है या फिर उन तक बेहतर स्वास्थ्य सेवा नहीं पहुंच रही है।
क्या हो सकता है समाधान?
समाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि लाभार्थियों को फोर्टीफाइड राइस के बारे में समुचित जानकारी देना और उसके संभावित नुकसान से आगाह करना, सरकार का कर्तव्य है। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे सार्वभौमिक फोर्टीफिकेशन की बजाए सरकार को इन इलाकों को चिन्हित कर उन इलाकों में जिस पोषक तत्व की कमी है, केवल उसी फोर्टीफाइड खाद्य का वितरण करना चाहिए।
फोर्टिफाइड चावल क्या है? (What is Fortified Rice?) फोर्टिफाइड चावल का अर्थ है, पोषणयुक्त चावल। फोर्टिफाइड चावल में आम चावल की तुलना में आयरन, विटामिन बी-12, फॉलिक एसिड ज्यादा पाया जाता है। हालांकि देखने में ये चावल भी आम चावलों जैसे ही लगते हैं तथा इन्हें भी सामान्य चावलों की तरह उबालकर ही खाया जाता है।