फैबइंडिया: जश्न ए रिवाज पर मचे घमासान के बाद बैकफुट पर ‘कंपनी’, फैबइंडिया ने सफाई में कहा- ‘झिलमिल सी दिवाली’ है हमारा दीपावली कलेक्शन

ऑनलाइन जगत में कपड़ों के एक बड़े ब्रांड फैबइंडिया के दीपावली प्रमोशनल पोस्ट पर मचे घमासान के बाद, फैबइंडिया बैकफुट पर नजर आ रही है।

Oct 19, 2021 - 20:38
December 11, 2021 - 23:53
 0
फैबइंडिया: जश्न ए रिवाज पर मचे घमासान के बाद बैकफुट पर ‘कंपनी’, फैबइंडिया ने सफाई में कहा- ‘झिलमिल सी दिवाली’ है हमारा दीपावली कलेक्शन
Image source: ibb.in

ऑनलाइन जगत में कपड़ों के एक बड़े ब्रांड फैबइंडिया के दीपावली प्रमोशनल पोस्ट पर मचे घमासान के बाद, फैबइंडिया बैकफुट पर नजर आ रही है। कंपनी ने अपने सुर बदलते हुए कहा है कि, जश्न ए रिवाज को दीपावली से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन इसका कोई भी संबंध दीपावली से नहीं है। कंपनी ने कहा है कि दीपावली कलेक्शन को लेकर वह जल्द ही अपना ‘झिलमिल से दिवाली’ प्रोमो लॉन्च करेगी।

इससे पहले कंपनी द्वारा कुछ दिन पहले ही त्योहारों के सीजन को लेकर अपने नए कलेक्शन के लिए “जश्न ए रिवाज”, ‘शब्द’ का प्रयोग किया था। जिस पर जमकर बवाल हुआ था। दक्षिणपंथी गुटों का कहना है कि कंपनी द्वारा जानबूझकर हिंदू त्योहार में मुस्लिम विचारधारा को जोड़ हिंदू आस्था को ठेस पहुंचाने का काम किया गया है। बता दें कि फैबइंडिया द्वारा अपने इस कलेक्शन का प्रमोशन सोशल मीडिया पर भी किया गया था, जिसके बाद कंपनी के बहिष्कार की मांग सोशल मीडिया पर भी शुरू हो गई।

फैबइंडिया का अधिकारिक बयान:

कलेक्शन के प्रोमो वाक्य ‘जश्न-ए-रिवाज’ पर मचे बवाल के बाद कंपनी द्वारा बयान जारी कर कहा गया है- प्रमोशनल कैप्सूल ‘जश्न-ए-रिवाज’ गंगा जमुनी तहजीब के लिए था। इसका दीपावली से संबंध नहीं है। हालांकि बवाल को बढ़ता देख कंपनी द्वारा ‘जश्न-ए-रिवाज’ के ट्वीट को डिलीट कर दिया गया है।

भाजपा ने किया जमकर विरोध:

फैबइंडिया के फेस्टिवल कलेक्शन ‘जश्न-ए-रिवाज’ वाले ट्वीट पर भाजपा द्वारा कड़ा विरोध किया गया। भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने ट्विटर पर लिखा था कि, “दिवाली जश्न-ए-रिवाज नहीं हैं, कंपनी की ओर से जानबूझकर यह दुस्साहस भरा कदम उठाया गया है। फैब इंडिया को इसका आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।“ वहीं भाजपा के एक और कार्यकर्ता प्रशांत उमराव जो कि उत्तर प्रदेश से भाजपा के प्रवक्ता हैं, ने फैबइंडिया पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा, “फैब इंडिया के कपड़े बहुत महंगे हैं धोने के बाद बेकार पड़ जाते हैं। लोगों को अब दूसरे ब्रांड में शिफ्ट होने की जरूरत है।“