Satyendar Jain:मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोर्ट ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भेज 14 दिन के ईडी रिमांड पर
Satyendar Jain Case: एजेंसी ने पिछले महीने ही सत्येंद्र जैन और अन्य के खिलाफ कथित आय से अधिक संपत्ति के मामले में पांच कंपनियों और अन्य से संबंधित 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। कथित तौर पर ये संपत्तियां अकिंचन डेवलपर्स, इंडो मेटलिम्पेक्स, पर्यास इंफोसोल्यूशंस, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स और जे.जे. आदर्श संपदा आदि से जुड़ी हुई थी।
दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को आप सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में नौ जून तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया है। लाइव लॉ के हवाले से आई ख़बर के अनुसार मंत्री को विशेष सीबीआई न्यायाधीश गीतांजलि गोयल के समक्ष पेश किया गया। एजेंसी ने जैन को सोमवार को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को मामले में अदालत में पेशी के दौरान जैन की 14 दिन की हिरासत मांगी थी।
क्या है मामला?
एजेंसी ने पिछले महीने ही जैन और अन्य के खिलाफ कथित आय से अधिक संपत्ति के मामले में पांच कंपनियों और अन्य से संबंधित 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। कथित तौर पर ये संपत्तियां अकिंचन डेवलपर्स, इंडो मेटलिम्पेक्स, पर्यास इंफोसोल्यूशंस, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स और जे.जे. आदर्श संपदा आदि से जुड़ी हुई थी। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सीबीआई द्वारा वर्ष 2017 में मंत्री और कुछ अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज एक प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि फरवरी 2015 से मई 2017 की अवधि के दौरान मंत्री ने आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की है। सीबीआई ने तब जैन के खिलाफ दिसंबर 2018 में चार्जशीट दाखिल की थी।
पूर्व में ईडी ने एक कथित बयान में कहा था कि, "2015-16 की अवधि के दौरान, जब सत्येंद्र कुमार जैन एक लोक सेवक थे, उनके स्वामित्व और नियंत्रण वाली उपर्युक्त कंपनियों को कोलकाता स्थित एंट्री ऑपरेटरों को हस्तांतरित नकद के बदले मुखौटा कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपए हवाला मार्ग से प्राप्त हुए।"
अरविन्द केजरीवाल का बयान
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि जैन को "राजनीतिक कारणों" से निशाना बनाया गया है और आम आदमी पार्टी न ही भ्रष्टाचार में लिप्त होती है और न ही उसे बर्दाश्त करती है। उन्होंने कहा "हम कट्टर देशभक्त हैं। हम भ्रष्टाचार को देश के साथ विश्वासघात मानते हैं। हम मर सकते हैं लेकिन अपने देश के साथ विश्वासघात नहीं कर सकते।"