Covid 19: डेल्टा-ओमिक्रॉन मिलकर चौथी लहर में मचा सकते हैं तबाही, WHO ने कहा- पहले से डर था

डब्लूएचओ की साइंटिस्ट मारिया वान करखोव ने ट्वीट से नए वेरिएंट (Delmicron) की जानकारी देते हुए कहा कि, ओमिक्रॉन और डेल्टा वायरस के मिलने से नए वेरिएंट के फैलने की आशंका है, जो तेजी से फैल सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फ्रांस के कई इलाकों में जनवरी 2022 के शुरुआत में ही यह नया वायरस के फैलना शुरू हो गया था।

March 15, 2022 - 05:34
March 15, 2022 - 05:34
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Covid 19: डेल्टा-ओमिक्रॉन मिलकर चौथी लहर में मचा सकते हैं तबाही, WHO ने कहा- पहले से डर था
डेल्टा-ओमिक्रॉन का नया प्रतीकात्मक फोटो : Pixabey

कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने से भारत के साथ ही पूरी दुनिया ने राहत की सांस ली है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में हुई एक रिसर्च का हवाला देते हुए कहा है कि कोरोना वायरस का डेल्टा (delta) और ओमिक्रॉन (Omicron) वेरिएंट मिलकर एक नया वायरस (Delmicron) बन चुका है। डब्लूएचओ के अनुसार, जिस तरह से डेल्टा और ओमिक्रॉन वायरस पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहे थे, उससे नए वायरस के आने की आशंका जताई जा रही थी। वहीं, नए वायरस की जांच कर रहें वैज्ञानिकों का कहना है कि, यह कितना ख़तरनाक है और कितनी तेजी से फैलता है, इसे लेकर कई रिसर्च हो रही हैं। बता दें कि जनवरी 2022 से इस वायरस के फ्रांस में फैलने की शुरुआत भी हो चुकी है। इससे पहले भी रिसर्च कर रहे वैज्ञानिक बता चुके हैं कि कोरोना हमारे बीच से गया नहीं और इसके नए-नए वैरियंट्स आते रहेंगे।

डब्लूएचओ की रिसर्च ने किया नए वेरिएंट का दावा

डब्लूएचओ (WHO) की रिसर्च टीम का कहना है कि ओमिक्रॉन और डेल्टा का रिकॉम्बिनेंट वायरस फैल रहा है। डब्लूएचओ की साइंटिस्ट मारिया वान करखोव ने ट्वीट से नए वेरिएंट (Delmicron) की जानकारी देते हुए कहा कि, ओमिक्रॉन और डेल्टा वायरस के मिलने से नए वेरिएंट के फैलने की आशंका है, जो तेजी से फैल सकता है। इसके अलावा मारिया ने लिखा कि हमारी रिसर्च टीम ने इस नए वेरिएंट पर लगातार नजर रखी हुई है और इस पर लगातार बातचीत भी हो रही है।

नए वायरस के मिले पक्के सबूत

साइंटिस्ट मारिया ने वायरोलॉजिस्ट jeremy kamil के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि, डेल्टा-ओमिक्रॉन के मिलते जुलते नए वायरस के पक्के सबूत मिले हैं। यह वायरस जनवरी, 2022 से लगातार फ्रांस में फैल रहा है। इसके अलावा इसी तरह के वायरस डेनमार्क और नीदरलैंड्स में भी मिल चुके हैं। हालांकि डब्लूएचओ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि, अभी इस वायरस के खतरनाक होने के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं।

वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अलावा दूसरी स्टडी फ्रांस की एक संस्था पैस्चर इंस्टीट्यूट ने की है। जिसके मुताबिक, नए कॉम्बिनेशन वायरस में डेल्टा और ओमिक्रोन वायरस के लक्षण मिले हैं। फ्रांस में इस नए कॉम्बिनेशन वाले वायरस के कई इलाकों में पाए जाने की जानकारी भी सामने आई है।

जनवरी 2022 से शुरू हुआ था वायरस का आतंक

विश्व स्वास्थ्य संगठन और पैस्चर इंस्टीट्यूट की रिसर्च टीम का कहना है कि, डेल्टा और ओमिक्रॉन के मिश्रण से बने वायरस की गंभीरता को लेकर कई रिसर्च चल रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फ्रांस के कई इलाकों में जनवरी 2022 की शुरुआत में ही यह नया वायरस फैलना शुरू हो गया था।

अमेरिका और यूरोप की देन है Delmicron वायरस

विशेषज्ञों ने अपनी रिसर्च में पाया कि Delmicron नाम का यह नया वायरस वास्तव में अमेरिका और यूरोप में हुई कोविड सुनामी की देन है। यह COVID-19 का डबल वेरिएंट पश्चिमी देशों में तेजी से फैल रहा है।‌ वहीं विशेषज्ञों द्वारा की गई नई रिसर्च से पता चला है कि डेल्टा को फैसले में मदद करने वाले वैरिएंट 'P681R' म्यूटेशन, 'N501Y' म्यूटेशन के साथ जुड़ गया है, जो ओमिक्रॉन, अल्फा, बीटा और गामा जैसे वायरस में मौजूद है।

ग्लेशियर में दबे हैं कई तरह के जिंदा वायरस

आपकों जानकर हैरानी होगी कि अमेरिकी वैज्ञानिकों की एक टीम तिब्बत पठार के विशाल ग्लेशियर पर रिसर्च करने गई थी, जिनका उद्देश्य यह पता लगाना था कि इन ग्लेशियर के बर्फो के नीचे क्या रहस्य छिपा हुआ है। जिसके बाद वैज्ञानिकों के सामने आई रिपोर्ट हैहैरान करने वाली थी क्योंकि उस रिपोर्ट में उन्हें करीब 15000 साल पुराने 28 से भी अधिक अलग-अलग तरह के वायरस जिन्दा दबे मिले थे। बता दें कि अगर ये सभी वायरस बर्फ से बाहर आ जाते हैं, तो दुनिया के लिए बहुत घातक हो सकते हैं। क्योंकि अभी तक हम कोरोना वायरस को भी पूरी तरह खत्म नहीं कर पाए हैं, ऐसे में किसी नई महामारी का आना सम्पूर्ण मानव जाति के विनाश का कारण भी साबित हो सकता है।