रेडियो खांची 90.4 fm पर अब मिलेंगे दिल्ली एनसीईआरटी के ऑडियो पॉडकास्ट
रेडियो खांची के निदेशक ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि "रेडियो खांची ने कोरोना काल में कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए 1600 से अधिक ऑडियो व्याख्यान पॉडकास्ट रिकॉर्ड और प्रसारित किए थे।
रांची विश्वविद्यालय का कम्युनिटी रेडियो स्टेशन रेडियो खांची 90.4 एफएम अब एनसीईआरटी दिल्ली के द्वारा तैयार किए गए ऑडियो पॉडकास्ट का प्रसारण करेगा। ऑडियो पॉडकास्ट हर दिन दोपहर के 3 बजे से शाम के 4 बजे तक प्रसारित किये जाएगा। प्रसारण के संबंध में एनसीईआरटी द्वारा रेडियो खांची 90.4 एफएम को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
रेडियो खांची के निदेशक ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि "रेडियो खांची ने कोरोना काल में कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए 1600 से अधिक ऑडियो व्याख्यान पॉडकास्ट रिकॉर्ड और प्रसारित किए थे। अब हमारा सामुदायिक रेडियो स्टेशन रेडियो खांची स्कूली छात्रों के लिए भी पॉडकास्ट प्रसारित करेगा। उन्होंने कहा कि यह कक्षा एक से 12वीं तक के छात्रों के लिए फायदेमंद साबित होगा।"
ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को अत्यधिक लाभ
एनसीईआरटी द्वारा लिया गया यह फैसला ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के लिए काफी फायदेमंद रहेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि वो शिक्षा से वंचित न रहें। दरअसल, कोरोना काल में रेडियो के जरिए पढ़ाई ग्रामीण इलाकों में काफी सफल रही। इस माध्यम को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए एनसीईआरटी रेडियो के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी इसका प्रचार-प्रसार करने का काम कर रहा है। 90.4 FM में डॉ. बीआर अम्बेडकर की जीवनी सुनकर स्वर्ण राज बताते हैं कि कई बार वे किसी कारणवश स्कूल नहीं जा पाते हैं, ऐसे में वे रेडियो प्रसारण के माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं।
शिक्षाविदों ने इसे सार्थक कदम बताया
वहीं रांची विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अशोक सिंह का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान खासकर ग्रामीण इलाकों के बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई बच्चों के पास मोबाइल फोन जैसी सुविधाएं नहीं हैं, ऐसे में करीब दो साल से इन बच्चों की पढ़ाई पर काफी असर पड़ा है। हालांकि एनसीईआरटी द्वारा खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए उठाया गया यह कदम सार्थक है।