क्या रीबॉन्डिंग से बढ़ता है हेयर फॉल या बाल होते हैं कमजोर?
आज कल महिलाएं अपने कर्ली हेयर्स को लेकर काफी परेशान रहती हैं क्योंकी अगर कहीं बाहर जाना हो सबसे बढ़ी समस्या बालों की ही आती है।
आज के समय में जिन लड़कियों के बाल कर्ली होते है या खराब होते हैं वो करवाती है हेयर रीबॉन्डिंग और उसको करवाने के बाद आप आसानी से अपने सुन्दर बालों का सपना पूरा कर सकती हैं। इस बात में कोई शक नहीं है कि यह करीब 4 से 5 घंटे की लंबी प्रक्रिया है और इसमें एक जगह पर आराम से बैठना होता है। ना इसमें बालो को छेड़ना होता है और ना बालों को हिलाया जाता है ।
लेकिन इन बातो के अलावा और भी बहुत सी ऐसी जरूरी बातें हैं, जो की आपको हेयर रीबॉन्डिंग कराने से पहले जान लेनी चाहिए।
आज हम आपको हेयर रिबोंडिंग से जुडी कुछ अहम बाते बताने जा रहे हैं। जो की आपके बड़ी काम आएंगी।
हेयर रीबॉन्डिंग एक केमिकल बेस्ड प्रॉसेस है, जो आपके बालों के नैचुरल टैक्सचर को पूरी तरह बदलकर एक नया लुक देती है। ताकि आप अपनी पसंद के बाल रख सकें यानि सिल्की, स्ट्रेट और शाइनी।
हेयर रीबॉन्डिंग का बालों पर असर:
बाल प्रोटीन से बने होते हैं। यह प्रोटीन डाईसल्फाइड बॉन्ड से बंधा होता है। और इसी बॉन्ड के जरिए आपके बालों को कर्ल, वेवी और कोएली टैक्सचर मिलता है। जबकि हेयर रीबॉन्डिंग के दौरान आपके बालों के इन्हीं बॉन्ड को रिलैक्स के केमिकल प्रक्रिया के जरिए दोबारा तैयार किया जाता है।
जब रीबॉन्डिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तब आपके बालों के बॉन्ड्स पूरी तरह टूट कर नए आ जाते हैं। जिससे बाद में आपको आपके मन पसंद स्ट्रेट, सिल्की और सॉफ्ट बाल मिल जाते हैं।
रिबॉन्डिंग में शामिल होने वाला कुछ ज़रूरी सामान:
सबसे पहले आपके बालों को माइल्ड शैंपू से धोया जाता है। फिर बालो को ड्रायर की मदद से सुखाया जाता है। उसके बाद हेयर ब्रश की मदद से बालों को सीधा किया जाता है। उक्त चरणों के बाद हेयर आयरन यानि प्रेस का इस्तेमाल किया जाता है और उसके बाद बालों को स्टीम दी जाती है। जिसके बाद केमिकल ट्रीटमेंट के जरिए हेयर बॉन्ड्स को तोड़ा जाता है। इसके बाद बालों को नैचुरलाइज कर दिया जाता है। परिणामस्वरूप आपके स्मूथ और सिल्की हेयर तैयार हो जाते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसी भी तरह के केमिकल ट्रीटमेंट के अपने साइडइफेक्ट्स भी होते हैं। ऐसा ही रीबॉन्डिंग के साथ भी होता है। इससे आपको हेयर ब्रेकेज यानी बालों का टूटना, बालों का चिरना या बालों में रूखापन जैसी आम समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि सही देखभाल के साथ आप इन सभी समस्याओं को दूर कर सकते हैं।
हेयर रीबॉन्डिंग के दौरान उपयोग होने वाले केमिकल्स के प्रभाव और हीटिंग के कारण आपके बाल अधिक झड़ सकते हैं। हालांकि इसका समाधान भी आपके हेयर एक्सपर्ट ही आपको दे सकते हैं, जिन्होंने आपकी रिबॉन्डिंग की हो। कुछ घरेलू नुस्खों के जरिए भी आप अपने बालों का झड़ना बंद कर सकती हैं। जैसे बालो में तेल लगाना या हेयर स्पा करवाना या समय-समय पर इनको कटवाना और इनका बेहद ध्यान रखना क्योंकी ध्यान के अभाव में कुछ समय में बिलकुल पतले हो जाएंगे और झड़ना भी शुरू कर देंगे ऐसे में इनका खूब ध्यान रखना पढता है।