पाकिस्तानी झंडे में गिलानी का शव लपेटे जाने पर FIR दर्ज
पाकिस्तानी झंडे में लिपटे गिलानी के शव की वीडियो वायरल होने के बाद गिलानी के स्वजनों व अन्य के खिलाफ पुलिस ने F.I.R दर्ज की है। परंतु अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी की खबरे सामने नहीं आई है ।
कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी की मौत के कारण घाटी में स्तिथि पहले से ही तनावपूर्ण थी परंतु उनके शव को पाकिस्तानी झंडे में लपेटे जाने वाली खबरों ने माहौल को और भी गरमा दिया है ।इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है । खबरों के तूल पकड़ते ही बुडगाम पुलिस एक्शन में दिखी। गिलानी के स्वजनों व अन्य के खिलाफ पुलिस ने F.I.R दर्ज की है परंतु अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी की खबरे सामने नहीं आई है ।
मामले की अधिक जानकारी के लिए पुलिस महानिदेशक से संपर्क नहीं हो पाया लेकिन एक अधिकारी के बयान अनुसार गिलानी के स्वजनों के खिलाफ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के आरोप लगाए गए है । गिलानी को उनके पाकिस्तानी-परस्त एजेंडे के लिए जाना जाता है ,वे जमायत-ए-इस्लामी के सदस्य भी रहे चुके है बाद में उन्होंने तहरीक-ए-हुर्रित का भी गठन किया जहां से उन्होंने बीते वर्ष ही इस्तीफा दिया था।
91वर्षीय गिलानी की लंबी बीमारी के कारण श्रीनगर के हैदरपुर स्थित अपने निवास में देर रात बुधवार को निधन हो गया था जिसके पश्चात उन्हें पास ही के मस्जिद में दफनाया गया । गिलानी कुछ उन चुनिंदा नेताओ में से है जिन्होंने 1947 में जम्मू और कश्मीर में भारत के विलय होने से लेकर 2019 तक अनुच्छेद 370 के हटने व जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के लागू होने तक का पूरा सफर देखा है । अपने पांच दशक के लंबे राजनीतिक करियर में गिलानी को उनकी कट्टरपंथी विचारधारा व भारत के खिलाफ जहर उगलने के कारण जेल में भी डाला गया था ।