काँग्रेस ने कहा सरकार जम्मू कश्मीर में नागरिकों की रक्षा करने में हो चुकी है असफल

जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में आतंकवादियों द्वारा सात आम नागरिकों की हत्या किए जाने पर बृहस्पतिवार को कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार कश्मीरी पंडितों तथा अन्य समुदायों की रक्षा करने में असफल रही है।

Oct 8, 2021 - 18:39
December 10, 2021 - 10:23
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काँग्रेस ने कहा सरकार जम्मू कश्मीर में नागरिकों की रक्षा करने में हो चुकी है असफल
Image of Indian army mantaining peace in J&K

जम्मू-कश्मीर में  आतंकवादियों द्वारा पिछले कुछ दिनों में  सात आम नागरिकों की हत्या किए जाने पर बृहस्पतिवार को कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार कश्मीरी पंडितों तथा अन्य समुदायों की रक्षा करने में असफल रही है। पार्टी का यह दावा भी है कि आतंकवाद को रोकने में न ही नोटबंदी कामयाब रही थी और न ही अनुच्छेद 370 को हटाना इन घटनाओं को रोक पाया है।

आतंकवाद को न ही नोटबंदी और न ही धारा 370 को हटाना रोक पाया: 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कश्मीर में हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। आतंकवाद ना तो नोटबंदी से रुका ना धारा 370 हटाने से- केंद्र सरकार सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल रही है। हमारे कश्मीरी भाई-बहनों पर हो रहे इन हमलों की हम कड़ी निंदा करते हैं व मृतकों के परिवारों के प्रति शोक संवेदनाएं भेजते हैं।"

बात दें कि कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी ट्वीट किया और कहा, ‘‘कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद डा. बिंदरु व अन्य हत्याएं बेहद दुखदायी व हृदयविदारक हैं। मोदी सरकार देश में वोट तो कश्मीरी पंडितों की रक्षा की दुहाई देकर बटोरती है पर उन्हें सुरक्षा देने में फेल साबित हुई है। पाक समर्थित आतंकवाद पर कब काबू पाएगी छद्म राष्ट्रवादी भाजपा सरकार?''

जम्मू-कश्मीर में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश:

कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से, अफगानिस्तान में तालिबान को स्थापित करने के बाद जम्मू-कश्मीर में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए अपने प्रतिनिधि संगठनों को निर्देशित किया जा रहा है और भविष्य में पंजाब में भी छोटे हथियार पहुंचाए जाने का खतरा है।
उन्होंने ट्वीट कर यह भी कहा है कि, ‘‘गत पांच अक्टूबर को ‘कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति' ने उप राज्यपाल मनोज सिन्हा को पत्र लिखकर इस तरह की सुनियोजित हत्याओं के बारे में आगाह किया था और उनसे सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन दुर्भाग्यपूर्वक उनकी बात नहीं सुनी गई। इसका दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम हम सबके सामने है।''
तिवारी का कहना है कि गृह मंत्री अमित शाह द्वारा इस संदर्भ में जम्मू-कश्मीर के प्रशासन को जरूरी कदम उठाने के लिए निर्देश दिए जाने चाहिए।  

अल्पसंख्यक समुदायों में भय का माहौल:

जम्मू-प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता रवींद्र शर्मा, महासचिव योगेश साहनी और ठाकुर मनमोहन सिंह ने एक संयुक्त बयान जारी कर इन हत्याओं की कड़ी निंदा की और कहा कि इस तरह की घटनाओं से अल्पसंख्यक समुदायों में भय का माहौल बन रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों को सुरक्षित महसूस कराने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।

बीते 5 दिनों में 7 नागरिकों की हत्या:

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों पर बढ़े हमलों के बीच श्रीनगर के ईदगाह इलाके में बृहस्पतिवार को आतंकवादियों ने एक महिला प्रधानाध्यापक समेत सरकारी विद्यालय के दो शिक्षकों की गोली मार कर हत्या कर दी। पिछले पांच दिनों में घाटी में सात नागरिकों की हत्या हो चुकी है, जिनमें से छः की हत्या शहर में हुई है। कुल मृतकों में चार लोग अल्पसंख्यक समुदाय के थे।

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