Air Force Day: आज है भारतीय वायु सेना का 89वां स्थापना दिवस, जानिए वायु सेना का इतिहास

आज यानी 8 अक्टूबर का दिन भारतीय वायु सेना के लिए बेहद खास है, क्योंकि आज ही के दिन भारतीय वायुसेना की साल 1932 में स्थापना की गई थी। भारतीय वायु सेना व पूरा देश 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना दिवस के रूप में मनाता है। भारतीय वायु सेना विश्व की सबसे सशक्त वायुसेनाओं में से एक है। जिसे भारतीय वायु सेना अपने साहस और पराक्रम से कई बार साबित कर चुकी है। इस साल भारतीय वायुसेना का 89वाँ दिवस मनाया जा रहा है।

Oct 8, 2021 - 19:24
December 12, 2021 - 00:02
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Air Force Day: आज है भारतीय वायु सेना का 89वां स्थापना दिवस, जानिए वायु सेना का इतिहास
Image: representing a unit of The Indian Air Force.

साल 1932 में हुई स्थापना: आज ही के दिन 8 अक्टूबर 1932 को ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीय वायु सेना की नींव रखी गई जिसे उस दौरान रॉयल इंडियन एयर फोर्स (आरआईएएफ) कहा जाता था। जिसे भारत की आजादी के पश्चात भारतीय वायु सेना के रूप में बदल दिया गया। 8 अक्टूबर 1932 को स्थापना होने के बाद से हर साल इसे भारतीय वायुसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है।

1 अप्रैल 1933 को मिला वायु सेना को अपना पहला दस्ता:

साल 1933 के अप्रैल माह की 1 तारीख को भारतीय वायुसेना के लिए पहले दस्ते का निर्माण किया गया था। जिसमें 6 आएएफ ट्रेंड ऑफिसर तथा 19 सिपाही शामिल थे।

भारतीय वायु सेना के पहले चीफ के रूप में थॉमस डब्ल्यू एलमहर्स्ट: भारत की आजादी से पूर्व रॉयल इंडियन एयरफोर्स इंडियन आर्मी के अंतर्गत ही काम करती थी। जिसे एक अलग फोर्स के रूप में थॉमस डब्ल्यूएम हर्स्ट ने स्थापित किया। जो कि आजाद भारत में भारतीय वायु सेना के पहले कमांडर एंड चीफ बने। जिन्हें हम एयर मार्शल सर थॉमस डब्ल्यू एलमहर्स्ट के रूप में जानते हैं। सर थॉमस ने अपनी सेवा इस पद पर 15 अगस्त 1947 से 22 फरवरी 1950 तक कमांडर इन चीफ के रूप में दी।

आदर्श वाक्य:

भारत की सभी फौजों तथा उनकी रेजीमेंटों का अपना एक आदर्श वाक्य है जिसे उनका उद्घोष भी कहा जाता है।  'नभ: स्पृशं दीप्तम' भारतीय वायु सेना का आदर्श वाक्य है। यह वाक्य ‘भागवत गीता’ के ग्यारहवें अध्याय से लिया गया है। जो महाभारत युद्ध क्षेत्र कुरुक्षेत्र में भगवान कृष्ण के द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश का अंश है।

वायु सेना ध्वज:

1951 में वायु सेना द्वारा उसके अपने नीले रंग के ध्वज को अपनाया गया। जो कि वायु सेना के निशान से पूर्णतः अलग है। जय ध्वज नीले रंग का है जिसके ऊपरी एक चौथाई भाग में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज बना है तथा बीच में एक वृत्ताकार आकृति है जिसमें भारतीय ध्वज के तीनों रंग केसरिया, श्वेत, तथा हरा शामिल है।

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