Happy Birthday Laxmi Niwas Mittal:लक्ष्मी मित्तल जिन्हें कभी सोना पड़ा था भूखा, आज फोर्ब्स की सूची में है जलवा

Laxmi Niwas Mittal:स्टील किंग लक्ष्मी निवास मित्तल का जन्म 15 जून 1950 को राजस्थान के चुरु जिले के सादुलपुर में हुआ था। लक्ष्मी मित्तल आर्सेलर मित्तल के चेयरमैन हैं। उनका बचपन कोलकाता में बीता है तथा उन्होंने संत जेवियर कोलकाता से बी.कॉम में ग्रेजुएशन किया है।

June 16, 2022 - 03:26
June 16, 2022 - 03:55
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Happy Birthday Laxmi Niwas Mittal:लक्ष्मी मित्तल जिन्हें कभी सोना पड़ा था भूखा, आज  फोर्ब्स की सूची में है जलवा
Laxmi Niwas Mittal

Laxmi Niwas Mittal: दुनिया भर में प्रसिद्ध स्टील कारोबारी लक्ष्मी मित्तल भारतीय मूल के हैं। वह दुनिया के इस्पात जगत के सबसे सफल व बड़े कारोबारी माने जाते हैं। यही कारण है कि उन्हें स्टील किंग भी कहा जाता है! आज उनका जन्मदिन है। आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी दिलचस्प बातें -

लक्ष्मी का शुरुआती जीवन

स्टील किंग लक्ष्मी निवास मित्तल का जन्म 15 जून 1950 को राजस्थान के चुरु जिले के सादुलपुर में हुआ था। लक्ष्मी मित्तल आर्सेलर मित्तल के चेयरमैन हैं। उनका बचपन कोलकाता में बीता है तथा उन्होंने संत जेवियर कोलकाता से बी.कॉम में ग्रेजुएशन किया है। वर्तमान में लक्ष्मी मित्तल लंदन में रहते हैं।

ऐसे मिली मित्तल को सक्सेस

मित्तल के पिता, मोहन लाल मित्तल ने फैक्ट्री में नौकरी से शुरुआत की थी और बाद में अपना बिजनेस शुरू किया था। साल 1976 में जब भारत सरकार ने इस्पात उत्पादन पर अंकुश लगाया तो लक्ष्मी मित्तल ने इंडोनेशिया में अपना स्टील कारखाना खोला था। उस समय लक्ष्मी मित्तल मात्र 26 वर्ष के थे।

साल 1989 में लक्ष्मी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में राज्य के घाटे में चल रहे स्टील वर्क्स को खरीदा और उससे साल भर में मुनाफा कमाने लगे। ऐसे ही लक्ष्मी ने कई स्टील प्लांट को कम दाम पर खरीदा और उसे अपने बिजनेस कौशल से आगे बढ़ाकर बुलंदियों को छुने लगे।

मित्तल की दरियादिली

  •  साल 2000 में भारत ने सिर्फ एक ब्रांज मेडल जीता था। जिसके बाद मित्तल इतने खुश हुए कि उन्होंने 10 भारतीय खिलाड़ियों की मदद के लिए 90 लाख डॉलर का मित्तल चैंपियन ट्रस्ट बना डाला।
  •  उन्होंने 2020 में कोरोना महामारी के समय पीएम केयर फंड्स में भी 100 करोड़ का दान दिया था।

इसे कहते हैं रईसी

लक्ष्मी मित्तल ने 2004 में ब्रिटेन के किंग्स्टन पैलेस गार्डन में घर खरीदा था जो कि उस समय का सबसे महंगा घर था। इस घर को मित्तल ने 12.80 करोड़ अमेरिकी डॉलर में अपने नाम किया था। उनके घर में लगाया गया संगमरमर भी वहां का नहीं, बल्कि ताजमहल के लिए जहाँ से संगमरमर आया था वहीं से उन्होंने भी अपने घर के लिए मंगवाया था।

फोर्ब्स की सूची में मित्तल का जलवा

साल 2005 में फोर्ब्स ने लक्ष्मी मित्तल को दुनिया के तीसरा सबसे अमीर व्यक्ति माना था। 2021 में फोर्ब्स ने उन्हें 14.9 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ भारत का छठा सबसे अमीर व्यक्ति माना है। वहीं भारत सरकार ने 2008 में उन्हें पद्म विभूषण से भी नवाजा था।

लक्ष्मी मित्तल का परिवार

लक्ष्मी मित्तल का एक बेटा आदित्य मित्तल और एक बेटी वनिशा मित्तल है। उनकी पत्नी का नाम ऊषा मित्तल है जिनके नाम पर उषा मित्तल फाउंडेशन भी है।

खानदानी रईस नहीं, मेहनत के बूते हासिल किया सब

एक रिपोर्ट के अनुसार, 2007 में लक्ष्मी मित्तल पूरे परिवार के साथ राजस्थान आए थे। उस समय उनके पिता मोहन लाल मित्तल ने बताया था कि वे अपने गरीबी के दिनों को कभी नहीं भूले हैं। घर की हालत इतनी खराब थी कि समय पर खाना तक नहीं मिल पाता था। कहना गलत नहीं होगा कि लक्ष्मी मित्तल खानदानी रईस नहीं हैं, बल्कि उन्होने सब मेहनत के बूते हासिल किया है।

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