भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति बने संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद निरोधी कमेटी के अध्यक्ष
टीएस तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हैं। साल 1985 में तिरुमूर्ति ने भारतीय विदेश सेवा में शामिल होकर कई बार देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने अपने जीवनकाल में कई पदों पर देश की सेवा की है। एक अंतर्राष्ट्रीय डिप्लोमेट होने के नाते उन्होंने भारत की कई बड़ी जिम्मेदारियां संभाली हैं।
साकारात्मक उपलब्धि के तौर पर संयुक्त राष्ट्र (United Nation) में मंगलवार को भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की है। वर्ष 2022 की शुरुआत में ही भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति (TS Tirumurti) को संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद निरोधी कमिटी (CTC) की अध्यक्षता की खास जिम्मेदारी दी गई है। भारत इस समिति की अध्यक्षता ऐसे वर्ष में करने जा रहा है, जब पूरा भारत अपनी स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ मना रहा है। भारत ने इससे पूर्व इस समिति की अध्यक्षता वर्ष, 2011-12 में की थी।
इस कमिटी के पद को संभालने से पूर्व संध्या पर भारत ने आतंकवाद निरोधी कमिटी कार्यकारी निदेशालय (CTED) के कार्यक्षेत्र में नवीनीकरण के प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया था। जिसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस प्रस्ताव को पारित कर दिया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने अपनी लिखित मौन प्रक्रिया के माध्यम से 31 दिसंबर, 2025 तक कार्यकारी निदेशालय के जनादेश को नवीनीकृत किया है।
भारत ने सीटीईडी के नवीनीकरण प्रस्ताव के पक्ष में वोट देते हुए कहा कि 2022 के लिए सीटीसी का अध्यक्ष होने के तौर पर भारत आतंकवाद विरोध की बहुपक्षीय प्रतिक्रिया मजबूत करने में सीटीसी की भूमिका को बढ़ाने का प्रयास करेगा और सबसे महत्वपूर्ण यह सुनिश्चित करेगा कि आतंकवाद के खतरे पर वैश्विक प्रतिक्रिया स्पष्ट, अविभाजित और प्रभावी रहे।‘’ बता दें कि भारत अभी 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है, जिसका कार्यकाल दो साल का होता है। भारत का यह कार्यकाल 31 दिसंबर 2022 को समाप्त होगा।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थिति
भारत ने 01 जनवरी, 2021 को UNSC के एक गैर-स्थायी सदस्य के तौर पर अपना आठवां कार्यकाल शुरू किया था। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र की 193 सदस्यीय विधानसभा के कुल 192 वैध मतों में मतदान हुआ था, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों में से 184 मतों का समर्थन प्राप्त करने के बाद भारत को 17 जून, 2020 को UNSC में दो-वर्ष के कार्यकाल के लिए चुना गया था। इससे पूर्व भारत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में साल 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992 और 2011-2012 में एक गैर-स्थायी सदस्य के रूप में काम करते हुए सात कार्यकाल पूरे कर चुका है। भारत का इससे पूर्व अंतिम कार्यकाल ठीक एक दशक पहले था|
जाने क्या है आतंकवाद निरोधी समिति और क्यों हुई इसकी स्थापना
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1373 (2001) द्वारा परिषद की एक सहायक संस्था के रूप में आतंकवाद विरोधी समिति की स्थापना की गई थी। आतंकवाद निरोधी समिति (सीटीसी) की स्थापना 2001 में 9/11 के आतंकवादी हमलों के मद्देनजर, इन खतरों के समाधान के लिए की गई थी।
जो आतंकवाद से मुकाबला करने के वैश्विक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।
जाने कौन हैं भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस तिरुमूर्ति?
टीएस तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हैं। साल 1985 में तिरुमूर्ति ने भारतीय विदेश सेवा में शामिल होकर कई बार देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने अपने जीवनकाल में कई पदों पर देश की सेवा की है। एक अंतर्राष्ट्रीय डिप्लोमेट होने के नाते उन्होंने भारत की कई बड़ी जिम्मेदारियां संभाली हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि चुने जाने से पहले उन्होंने मिस्र में भारत के दूतावास में सेवा दी है तथा जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में भी उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इसके साथ ही तिरुमूर्ति गाजा में फिलीस्तीनी प्राधिकरण में भारत के पहले प्रतिनिधि के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं।