अफगानिस्तान से भागे नहीं हैं अहमद मसूद
ईरानियन न्यूज एजेंसी का दावा अभी भी अफगानिस्तान में हैं अहमद मसूद
तालिबान ने बीते हफ्ते बयान जारी करते हुए कहा था कि उसने अफगानिस्तान में हमेशा से अजय रहे पंजशीर प्रांत पर कब्जा कर लिया है। खैर, घाटी में तालिबानियों का विद्रोह कर रहीं रेजिस्टेंस फोर्स ने इन खबरों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा था कि घाटी अभी भी उनके नियंत्रण में हैं। बता दें, रेजिस्टेंस फोर्स यानी एनआरएफ का नेतृत्व पूर्व अफगान गोरिल्ला कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद व अफगानिस्तान के पूर्व अफ़गान उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह कर रहे हैं। सालेह ने खुद को अफगानिस्तान का केयरटेकर राष्ट्रपति भी घोषित किया था।
हालांकि, पिछले कुछ दिनों से मीडिया में लगातार ऐसी खबरें आ रही थी कि अहमद मसूद और अमरुल्लाह सालेह पांजशीर में तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान छोड़कर भाग चुके हैं लेकिन अब एक ईरानियन न्यूज एजेंसी 'फार्स' ने ऐसी सभी खबरों को अफवाह बताकर नकार दिया है। एजेंसी ने बताया है कि अहमद मसूद अभी भी अफगानिस्तान में हीं मौजूद हैं। बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान तजाकिस्तान में अफगान सरकार के राजदूत जाहिर अगबर ने भी कहा था कि अहमद मसूद और अमरुल्लाह सालेह अफगानिस्तान से भागे नहीं है। उनकी सेना अभी भी तालिबान से लोहा ले रही हैं परंतु सुरक्षा कारणों की वजह से वे दोनों किसी भी तरह के संवाद से दूर हैं।
इसी बीच शनिवार को तालिबान ने अमरुल्लाह सालेह के भाई और उनके ड्राइवर को पंजशीर घाटी में मार गिराया। सालेह के भतीजे ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा है की रोहुल्लाह सालेह अजीजी अपनी गाड़ी से कहीं जा रहे थे, तभी तालिबान के लड़ाकुओं ने एक चेकप्वाइंट पर उनकी गाड़ी रोकी और गोलियां बरसा दी।