Kapil Sibal left Congress: कपिल सिब्बल ने समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा का भरा पर्चा
Kapil Sibal: नामांकन के बाद कपिल सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा, "मैंने 16 मई को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने बुधवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और पार्टी सांसद राम गोपाल यादव की मौजूदगी में राज्यसभा चुनाव के लिए एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है। नामांकन के बाद कपिल सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा, "मैंने 16 मई को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।" पत्रकारों द्वारा सवालों की बौछार होने पर उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, "मैं अब कांग्रेस का वरिष्ठ नेता नहीं हूं।" सिब्बल ने आगे कहा,“मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। मैं सपा प्रमुख अखिलेश यादव का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरा समर्थन किया। मैं आजम खान के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जो उन्होंने मुझे सिर्फ अभी नहीं बल्कि कई वर्षों में अपना समर्थन दिया है।"
यह कांग्रेस से एक और हाई-प्रोफाइल इस्तीफा है और पिछले पांच महीनों में पांचवां इस्तीफ़ा है। पिछले दो वर्षों में दिए गए अधिकांश इस्तीफों की तरह, यह भी भारत की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के लिए कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
सिब्बल का कांग्रेस से रिश्ता
कपिल सिब्बल ने कांग्रेस में अपने सफ़र के बारे में बात करते हुए कहा, "मेरा कांग्रेस से गहरा रिश्ता था। यह 30-31 साल के लिए था। यह कोई छोटी बात नहीं है। मैं राजीव जी (पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी) की वजह से कांग्रेस में शामिल हुआ। आप सोच रहे होंगे, कोई कैसे 31 साल बाद कांग्रेस छोड़ सकता है। परंतु कुछ ऐसा होना चाहिए जो मेरे दिल को महसूस हो, कभी-कभी, ऐसे फैसले लेने की जरूरत होती है। लेकिन मेरी विचारधारा कांग्रेस की है, मैं कांग्रेस और उसकी विचारधारा से दूर नहीं हूं। मैं पार्टी की भावनाओं के साथ हूं।“
कपिल सिब्बल और जी 23
कपिल सिब्बल एक जाने-माने वकील हैं, जिन्होंने पूरे स्पेक्ट्रम में राजनेताओं का प्रतिनिधित्व किया है और कभी कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से, "जी -23" या 23 असंतुष्टों के समूह के पीछे प्रेरक शक्ति थे। जी 23 ने पार्टी के नेतृत्व और संगठन में संपूर्ण कायापलट का आह्वान करते हुए दो साल पहले पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था। कपिल सिब्बल और जी 23 ने मुखर रूप से कांग्रेस में गांधी परिवार के प्रभाव का विरोध किया और एक गैर गांधी को कांग्रेस की कमान देने की मांग की।
समाजवादी पार्टी का कपिल सिब्बल को समर्थन
कपिल सिब्बल का समर्थन करने के समाजवादी पार्टी के कदम को बदले की भावना के रूप में देखा जा रहा है। बता दें कि सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में आजम खान का प्रतिनिधित्व किया था। वहीं हाल ही में आजम खान को दो साल जेल में रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया है।
अगले महीने राज्यसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 11 सीटें शामिल होंगी, जिसमें से 3 सीटों से समाजवादी पार्टी अपने उम्मीदवारों को राज्यसभा भेज सकती है। अखिलेश यादव ने कहा, "कपिल सिब्बल पहले व्यक्ति हैं जिन्हें हमने राज्यसभा चुनाव के लिए चुना है। दो और नामांकन जल्द ही घोषित किए जाएंगे।"