Kashmiri Hindus Target Killing: क्या कश्मीर में लौट रहा 1990 का दौर? पलायन को मजबूर हो रहे हिन्दू
Jammu Kashmir: कश्मीर में आतंकियों के निशाने पर हिन्दू, करीब एक महीने में 10 लोगों की गोली मार कर हत्या, पलायन को मजबूर हुए हिन्दू।
कश्मीर में एक बार फिर से माहौल बिगड़ गया है. आतंकवादी गैर हिंदुओं ओर गैर कश्मीरियों को अपना निशान बना रहे हैं. पिछले एक महीने में 10 लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी गई जिससे लोग डरे हुए हैं ओर घाटी छोड़ने को मजबूर हैं. लोगों को अपनी जान की फिक्र भी सता रही है. लोगों का कहना है कि उन्हें हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं कोई गोली ना मार दे.
2 दिन में 3 लोगों को मारी गोली
गत बृहस्पतिवार को भी आतंकवादियों ने 3 लोगों को गोली मार दी जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई और एक की हालत गंभीर है. मरने वालों में एक बैंक मैनेजर ओर एक प्रवासी मजदूर शामिल हैं. उससे 2 दिन पहले आतंकवादियों ने एक महिला शिक्षक की गोली मार कर हत्या कर दी. उससे पहले आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित की भी गोली मार कर हत्या कर दी थी जिसके बाद कश्मीरी पंडितों ने प्रदर्शन भी किया था. अगर एक या दो लोगों को छोड़ दिया जाए तो मरने वाले सारे लोग हिन्दू थे और यही वजह है कि लोग घाटी छोड़ना चाहते हैं.
कश्मीरी पंडितों का दर्द
कश्मीरी पंडितों का कहना है कि उन्हें घाटी छोड़ने या मरने की धमकी दी जा रही है. मरने से बेहतर है घाटी छोड़ देना, कम से कम उनके बच्चे तो अनाथ नहीं कहलाएंगे.
द कश्मीर फ़ाइल्स का प्रभाव
कुछ लोगों का मानना है कि विवेक अग्निहोत्री निर्मित बॉलीवुड फिल्म ‘द कश्मीर फ़ाइल्स’ के रिलीज के बाद से घाटी में ऐसी घटनाएं बढ़ गई है. फिल्म कश्मीरी पंडितों के मुद्दे को राजनीति के केंद्र बिन्दु में लेकर तो आई लेकिन कथित तौर पर यह फिल्म अपने साथ ही कश्मीरी पंडितों के लिए मुसीबतें भी ले आई है.