जानिए घी में कुछ चीजें मिलाकर कैसे बढ़ाएं अपनी इम्युनिटी
स्वस्थ रहना हमेशा से ही महत्वपूर्ण माना गया है और आज के समय में , इस कोरोना काल के दौरान इसकी प्रासंगिकता और जरूरत दोनों बढ़ गई है।
स्वस्थ रहना हमेशा से ही महत्वपूर्ण माना गया है और आज के समय में , इस कोरोना काल के दौरान इसकी प्रासंगिकता और जरूरत दोनों बढ़ गई है। आज के समय में स्वस्थ रहना बहुत ज़रूरी है वहीं अपनी इम्युनिटी को बनाए रखना भी उतना ही ज़रूरी है। घी इम्युनिटी को बढ़ाने का एक अच्छा स्रोत है। तो आइए जानते हैं कि किस प्रकार आप घी में कुछ अन्य वस्तुओं का मिश्रण कर उसका सेवन कर सकते हैं -
दालचीनी:
दालचीनी इम्युनिटी को बनाए रखने में महत्वपूर्ण औषधि साबित हो सकती है क्योंकि इसमें एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो आपको सामान्य तौर पर होने वाली बीमारियों से बचाती है। यह आपके पेट से जुड़ी समस्याओं में कमी ला सकती है। यह ब्लड में शुगर की मात्रा को भी नियंत्रित करती है।
दालचीनी से घी बनाने की विधि:
सबसे पहले एक पैन लें और उसमें घी डालने के बाद दालचीनी की दो स्टिक्स डालें। गैस पर मध्यम आँच पर इसे 4 से 5 मिनट तक पकने दें। पकने के पश्चात उसे पूरी तरह से ठण्डा होने दें। इसी बीच घी दालचीनी के स्वाद को भी सोख लेगा। अब आप इसे सामान्य घी की तरह अपने उपयोग में ला सकते हैं।
यदि आप घर पर घी बनाना पसंद करते हैं तो घी बनाने की प्रक्रिया के दौरान इसमें दालचीनी शामिल करें। बनने के पश्चात इसे छान लें और उपयोग में लाएँ।
हल्दी:
हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण होने के कारण यह बीमारी में कारगर साबित होती है। घी और हल्दी का मिश्रण वज़न को कम करने के साथ-साथ दिल के रोगों से होने वाले खतरों में भी कमी लाता है। हल्दी मिश्रित घी के सेवन से शरीर में निहित सूजन भी कम होती है। यह मिश्रण इतना कारगर है कि सूजन को कम करके शरीर में व्याप्त सभी तरह के दर्द का निवारण कर सकता है।
हल्दी मिश्रित घी को बनाने की विधि:
इस हल्दी वाले घी को बनाने के लिए एक जार में एक कप घी डालें। एक टीस्पून हल्दी, आधा टीस्पून काली मिर्च पाउडर को मिलाएँ। इन सबको मिश्रित करके एक हवा बंद जार में भर दें। अब आप रोज़ इसका उपयोग कर सकते हैं।
तुलसी:
तुलसी का मिश्रण घी के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। साथ ही तुलसी खून को साफ करने के लिए एक अच्छी औषधि है। जब आप कभी घी बनाते हैं तो जो महक आती है वह बहुत तेज होती है यदि आप इसे कम करना चाहते हैं तो घी बनाते समय तुलसी को मिला दें। तुलसी मिश्रित घी आँखों की रोशनी को तेज़ करता है।
कपूर:
कपूर तीनों दोष वात, पित्त और कफ़ को नियंत्रित करता है। यह पाचन शक्ति को बढ़ाने के साथ पेट के कीड़ो का भी उपचार करता है। इससे ज्वर भी उतर जाता है।
कपूर मिश्रित घी बनाने की विधि:
कपूर मिश्रित घी बनाने के लिए एक पैन लें, उसमें घी डालें और फिर एक-दो टुकड़े कपूर के डालें। 5 मिनट तक पकने दें और फिर ठण्डा करके हवाबंद जार में डालें। आज के समय में स्वस्थ रहना आवश्यक है तो अपने और अपने परिवार को घी के साथ कुछ वस्तुओं के मिश्रण से स्वस्थ रखिए।