अमरिंदर सिंह नहीं रहे पंजाब के कैप्टेन
अमरिंदर सिंह ने दिया पंजाब मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा, कहा मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई गई।
कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने आज राजभवन पहुंचकर राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंप दिया। राजभवन के बाहर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि "मेरा अपमान किया गया हैं। सरकार चलाने को लेकर मेरी क्षमताओं पर निरंतर संदेह किया गया। अपने इस निर्णय कि जानकारी मैंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सुबह ही दे दी थी।
सलाह मशवरा के बाद हीं भविष्य कि रणनीति तय करूंगा:
अमरिंदर सिंह ने बताया कि, मैंने केवल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया हैं। मैं अभी भी कांग्रेस में ही हूं। भविष्य की रणनीति क्या होगी इस पर पहले मैं अपने साथियों से चर्चा करूंगा और फिर किसी नतीजे पर पहुंचूंगा। मेरी भविष्य की राजनीति के सभी विकल्प खुलें हैं, मैं उनका भी उपयोग कर सकता हूं।
कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने की समर्थक विधायकों, सांसदों व मंत्रियों संग बैठक:
अमरिंदर सिंह ने अपना इस्तीफा देने से पहले सभी समर्थक सांसदों, विधायकों व मंत्रियों के साथ मीटिंग की। मीटिंग में पंजाब कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज जसबीर सिंह डिंपा, मनीष तिवारी, रवनीत बिट्टू, मोहम्मद सिद्दीकी आदि शामिल थे। इसके अलावा डिप्टी स्पीकर अजायाद सिंह भट्टी भी मीटिंग में मौजूद रहे।
सुनील जाखड़ हो सकते हैं पंजाब के नए मुख्यमंत्री:
आज शाम होने वाली कांग्रेस विधायक दल कि बैठक में नए सीएम के नाम पर फैसला होने कि गुंजाइश हैं जिसमें सुनील जाखड़ का नाम सबसे आगे चल रहा हैं। दरअसल, अगले साल पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस मुख्यमंत्री पद के लिए एक गैर सिख चेहरा पेश करना चाहती हैं, जिससे वह पंजाब में मजबूत हो रहीं 'आप' पार्टी का मुकाबला कर सके। सूत्रों की माने तो कांग्रेस, एक सिख, नवजोत सिंह सिद्धू ( राज्य पार्टी प्रमुख) और गैर-सिख को मुख्यमंत्री पद देकर अपनी छवि स्पष्ट करना चाहती है। मुख्यमंत्री की दौड़ में दूसरा बड़ा नाम प्रताप सिंह बाजवा का सामने आ रहा है।