World Brain Tumor Day: जानिए विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस के अवसर पर क्या हैं ब्रेन ट्यूमर के लक्षण और उपचार
World Brain Tumor Day: डॉक्टरों का मानना है कि लंबे समय तक विकिरण (जैसे एक्स-रे) के संपर्क में रहने से ब्रेन ट्यूमर हो सकता है। वहीं कुछ का यह भी मानना है कि मोबाइल फोन जैसे गैजेट ब्रेन ट्यूमर सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर पैदा कर रहे हैं।
ब्रेन ट्यूमर, किसी भी अन्य प्रकार के ट्यूमर की ही तरह है। ट्यूमर असामान्य कोशिकाओं का एक संग्रह है जो खोपड़ी के अंदर विकसित होता है। ये ट्यूमर कुछ मामलों में प्रकृति में घातक हो सकते हैं और इसलिए उन्हें जल्दी पहचानना और चिकित्सा हस्तक्षेप प्रदान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइए इस विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस पर जानें क्या हैं इसके लक्षण और उपचार।
जानिए क्या हैं ब्रेन ट्यूमर के लक्षण?
सुनने में समस्याएं, नेत्र दृष्टि में तकलीफ, संतुलन नहीं बना पाना, और उल्टी इसके प्रमुख लक्षण हैं। हालांकि इनमें से कोई भी ऐसी समस्या नहीं लगती है जो मस्तिष्क के इस घातक रोग से जुड़ी हो सकती है, परंतु वे कई मामलों में ब्रेन ट्यूमर के स्पष्ट संकेत हैं। ब्रेन ट्यूमर के सबसे आम शुरुआती लक्षण मस्तिष्क में बढ़े हुए इंट्राकैनायल दबाव के कारण आते हैं। इसके लक्षणों में सिरदर्द, उल्टी, दृष्टि में गड़बड़ी, मतली और व्यवहार संबंधी गड़बड़ीयां शामिल हैं।
हालांकि विशेषज्ञ की मानें तो बच्चों में ब्रेन ट्यूमर की पहचान करना सबसे मुश्किल काम है। छोटे बच्चों और युवाओं में निष्क्रियता, थकान, बार-बार सिरदर्द, झुनझुनी या बाहों में कमजोरी और चिड़चिड़ापन ब्रेन ट्यूमर के लक्षण हैं। हालांकि, बच्चों में इन लक्षणों की पहचान करना मुश्किल होता है, क्योंकि वे हमेशा अपनी परेशानी को सही तरीके से व्यक्त नहीं कर पाते हैं। गंभीर और पुराने मामलों में, कई बार रोगी मूत्र और मल त्याग पर अपना नियंत्रण खो देता है और ये सभी लक्षण मस्तिष्क में ट्यूमर द्वारा उत्पन्न दबाव से संबंधित हैं।
सभी ब्रेन ट्यूमर घातक नहीं होते हैं, हालाँकि वे कई दिन-प्रतिदिन की समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। ब्रेन ट्यूमर से जुड़ी समस्याओं में स्मृति गड़बड़ी, फोकस में कमी, विशेष रूप से ओसीसीपिटल लोब ट्यूमर के साथ नेत्र दृष्टि की समस्या, एकॉस्टिक ट्यूमर के साथ सुनने की समस्याएं आदि शामिल हो सकती हैं।
ब्रेन ट्यूमर होने की वज़ह ?
ब्रेन ट्यूमर का कोई विशेष कारण अभी तक ज्ञात नहीं है। कई डॉक्टरों का मानना है कि लंबे समय तक विकिरण (जैसे एक्स-रे) के संपर्क में रहने से ब्रेन ट्यूमर हो सकता है। वहीं कुछ का यह भी मानना है कि मोबाइल फोन जैसे गैजेट ब्रेन ट्यूमर सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर पैदा कर रहे हैं। हालांकि, ऐसे तथ्य अभी तक सिद्ध नहीं हुए हैं, और इस क्षेत्र में अभी भी कई तरह के शोध चल रहे हैं।
उपचार
ब्रेन ट्यूमर की पहचान एमआरआई और सीटी स्कैन जैसी जांच से की जा सकती है, जिसके पश्चात इसका उपचार सर्जरी, रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी इत्यादि विधियों से किया जा सकता है।