जानिए त्रिकोणासन क्या है, और इसे करने के फायदे क्या हैं?
त्रिकोणासन योग का एक प्रकार है जो शारीरिक स्थिरता, मोटापा, डायबिटीज़, जोड़ो-घुटने का दर्द आदि समस्याओं से निजात दिलाने में सहायक साबित होता है। इसे करने से पूर्व कुछ सावधानियाँ भी बरतनी चाहिए।
हमारे देश में योग एक पुरातन परंपरा है जो सदियों से चली आ रही है। योग के अंतर्गत कई प्रकार के आसन किए जाते हैं जो आपको होने वाली कई प्रकार की समस्याओं से आपको निजात दिलाते हैं। बशर्ते अभ्यास नियमित हो।
त्रिकोणासन भी योग का ही एक प्रकार है। यह संस्कृत से उद्धित शब्द है जिसका अर्थ है तीन कोण वाला आसन। इस आसन के दौरान शरीर तीन कोण बनाता है इसलिए इसे त्रिकोणासन कहा जाता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से शारीरिक संतुलन बना रहता है। साथ ही यह शरीर को सुचारू रूप से कार्य करने की क्षमता प्रदान करता है। यह आसन शरीर को स्थिर बनाता है।
त्रिकोणासन करने की विधि:
- सर्वप्रथम एक समतल स्थान का चयन करें।
- शरीर को सीधा खड़ा करें तत्पश्चात पैरों के मध्य तीन से चार फीट की दूरी बनाएँ। इस बीच शरीर को सीधा रखें।
- दायाँ पैर दायीं ओर बाहर की ओर ले जाएँ फिर उसे 90 डिग्री की मुद्रा में लाते हुए ऐड़ी को दायीं ओर घुमाएँ।
- शरीर को दायीं ओर झुकाते हुए दोनों हाथों को कंधे की सीध में लाएँ।
- झुकने से पूर्व एक लम्बी सांस ले और झुकते हुए उसे धीरे-धीरे छोड़ें।
- शरीर को दायीं ओर झुकाते समय कमर सीधी रखें और शरीर के निचले भाग को स्थिर रखें।
- धीरे-धीरे दायीं ओर झुकते हुए सीधे हाथ से पैर की ऐड़ी या फर्श को छुएँ। बायाँ हाथ सीधे हाथ की सीध में ऊपर की ओर रखें।
- इस आसन के दौरान आँखे खुली रखें व मुँह सीधा रखें।
- आसन की मुद्रा में 15 से 20 सेकण्ड तक रहें।
- यही प्रक्रिया बाई ओर दोहराएँ ।
इसके अतिरिक्त त्रिकोणासन के अन्य प्रकार भीं हैं जिनमें यह सबसे सरल है। इस आसन को करते समय इस बात पर ध्यान दें कि आसन के दौरान आपका पेट खाली हो, आपने कुछ खाया न हो।
त्रिकोणासन के लाभ:
यह आसन अत्यंत सरल है तथा यह शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है।
- यह शरीर को स्थिरता प्रदान करता है।
- शरीर में संतुलन बनाए रखता है
- डायबिटीज़ और मोटापे को नियंत्रित करता है। मोटापे को कम करने का सरल उपाय।
- शरीर के निचले हिस्से को मजबूती देता है। जोड़ो का दर्द, आदि कम करता है।
- शारीरिक और मानसिक स्थिरता को बढ़ावा देता है।
- शरीर को लचीला बनाता है मांसपेशियों में खिचाव पैदा करता है।
- पाचन शक्ति को सुधारता है। उसके अंगों को सक्रिय करता है।
- शरीर को तनाव मुक्त करता है।
- त्वचा के लिए भी लाभदायक होता है।
- शरीर में ताज़गी का संचार करता है।
योग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे करने से पूर्व आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसी प्रकार त्रिकोणासन को करने से पहले भी कुछ जानकारियाँ प्राप्त करना आवश्यक है।
- यदि आपको कमर की समस्या है तो इस आसन को न करें या जिनकी बैकबोन में समस्या हो वह भी इसे न करे।
- उच्च रक्तचाप या निम्न रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति इसे करने का प्रयास न करें।
- गर्दन में अधिक दर्द के दौरान न करें।
- हाइपरएसीडिटी अर्थात अम्लपित्त की समस्या से जूझ रहे व्यक्त इस आसान को न करें ।
इस आसन को करने से पूर्व शुरूआती कसरत अच्छे से करें।