राष्ट्रपति चुनाव की तारीख का ऐलान: राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई का दिन हुआ तय, मतगणना 21 जुलाई को
Presidential election date announced: मतदान प्रक्रिया संसद में संपन्न कराई जाएगी जहां कुल 4,809 मतदाता मतदान करेंगे, जिसमें 776 सांसद और 4,033 विधायक शामिल हैं।
भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। चुनाव 18 जुलाई को होगा और 21 जुलाई 2022 को नतीजे आएंगे। मतदान प्रक्रिया संसद में संपन्न कराई जाएगी जहां कुल 4,809 मतदाता मतदान करेंगे, जिसमें 776 सांसद और 4,033 विधायक शामिल हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि राज्यसभा के महासचिव इस चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर होंगे। चुनाव की अधिसूचना 15 जून को जारी की जाएगी, जबकि नामांकन की अंतिम तिथि 29 जून है। वहीं नामांकन पत्रों की जांच 30 जून को होगी और नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 2 जुलाई है।
इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ने कहा कि, मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल इस साल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र चुनाव आयोग के कार्यालय, नई दिल्ली में जमा करने होंगे, और निर्वाचक मंडल के कम से कम 50 सदस्यों को प्रस्तावक के रूप में और अन्य 50 को समर्थकों के रूप में पेश करना होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी कहा कि कोई राजनीतिक दल अपने सदस्यों को इस चुनाव में किसी एक उम्मीदवार को मतदान करने के लिए कोई व्हिप जारी नहीं कर सकते।
कोविड को लेकर रखी जाएगी सतर्कता
देश में कोविड -19 मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, चुनाव आयोग ने चुनाव प्रक्रिया के दौरान सभी कोविड से संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्णय लिया है। सीईसी राजीव कुमार ने कहा, "चुनाव आयोग भारत के राष्ट्रपति पद के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है।"
कैसे होते हैं राष्ट्रपति के चुनाव?
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होता है, जिसमें सांसद और विधायक मतदान करते हैं। प्रत्येक विधायक के वोट का मूल्य उस राज्य की जनसंख्या के आधार पर भिन्न होता है जिससे वे संबंधित होते हैं। मतदान गुप्त और एकल संक्रमणीय मत के माध्यम से होता है।