धूम्रपान निषेध दिवस 2022: जानिए क्यों धूम्रपान है स्वास्थ्य के लिए घातक और क्यों मनाते हैं यह दिन
भारत में No Smoking Day सबसे पहली बार वर्ष 1984 में मनाया गया था। यह दिवस प्रति वर्ष यूनाइटेड किंगडम के द्वारा मनाया जाता है। जिसका मूल उद्देश्य लोगों को धूम्रपान के बुरे प्रभावों से अवगत कराना और उन्हें धूम्रपान की आदत से निजात दिलाना है।
धूम्रपान दिवस या फिर ‘No Smoking Day’ प्रति वर्ष मार्च महीने के दूसरे बुधवार को संपूर्ण देश में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को धूम्रपान से स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराना है।
सिगरेट या बीड़ी पीना कितना हानिकारक है?
धूम्रपान करते वक्त सिगरेट के धुएं के साथ साथ उसमें मौजूद टार भी हमारे फेफड़ों तक पहुंच जाता है, जिस कारण फेफड़े में मौजूद ऑक्सीजन लेवल कम होने लगता है और जहरीली मोनोऑक्साइड की मात्रा धीरे- धीरे बढ़ने लगती है और ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है। कई वर्षो तक लगातार धूम्रपान करने से दिल की बीमारी, ब्रोंकाइटिस, न्यूमोनिया, टीबी, स्ट्रोक एवं कैंसर होने का खतरा भी काफी हद तक बढ़ जाता है।
धूम्रपान निषेध दिवस का इतिहास:
भारत में No Smoking Day सबसे पहली बार वर्ष 1984 में मनाया गया था। यह दिवस प्रति वर्ष यूनाइटेड किंगडम के द्वारा मनाया जाता है। जिसका मूल उद्देश्य लोगों को धूम्रपान के बुरे प्रभावों से अवगत कराना और उन्हें धूम्रपान की आदत से निजात दिलाना है।
धूम्रपान न करने वाले भी हो रहे शिकार:
एक सिगरेट से निकले धुएं का मात्र 30% धुआं ही स्मोकर के फेफड़े तक पहुंचता है, जबकि 70% धुआं स्मोकर के अगल बगल के लोगों के फेफड़े को प्रभावित करता है। ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे के रिपोर्ट्स के अनुसार शहरों में जहां 13% व्यस्क स्वयं की इच्छा से धूम्रपान करते हैं वहीं 35% व्यस्क न चाहते हुए भी सिगरेट के हानिकारक धुएं से प्रभावित हैं।
बच्चों एवं युवाओं को क्यों आकर्षित करता है धूम्रपान?
भारत सरकार के नेशनल सैंपल सर्वे संस्थान के सर्वे के अनुसार भारत में 10–14 वर्ष के तकरीबन 2 करोड़ बच्चे धूम्रपान के आदी हैं। चलिए जानते हैं क्यों धूम्रपान आकर्षित करता है युवा वर्ग को?
• आमतौर पर, अधिकांश किशोर यह जानने की जिज्ञासा से धूम्रपान करना शुरू कर देते हैं की यह क्या है और यह कैसा है?
• दोस्तों द्वारा धूम्रपान करने के लिए प्रोत्साहित करने पर भी आकर्षण बढ़ता है।
• समाज में लोगों को अपनी स्वतंत्रता का प्रमाण देने के लिए।
• अपने आप को मॉडर्न एवं स्टाइलिश बनाने की चाह के कारण भी धूम्रपान आकर्षण का केंद्र है।
बच्चों में धूम्रपान से जुड़ी गलत प्रकार की अवधारणाओं के कारण ही किशोरों में धूम्रपान का चलन बढ़ता जा रहा है।
धूम्रपान से छुटकारा पाने का तरीका:
• सर्वप्रथम धूम्रपान क्यों छोड़ना चाहते है, इस बात का निर्धारण करें।
• शुरूआत के समय में अपने आप को दिन भर किसी न किसी काम में व्यस्त रखें।
• फल एवं साग सब्जियों का अधिक सेवन करें।
• Quit Now, Smoke free, Flamy इत्यादि ऐप्स का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
• स्वयं को तनाव मुक्त रखें।
• ऐसी चीजों एवं ऐसे लोगों से कुछ दिन दूर रहें जो आपको धूम्रपान की तरफ आकर्षित करते हैं।