प्रोस्टेट जागरूकता माह: जानिए क्या है प्रोस्टेट कैंसर और इससे बचने के मुख्य उपाय
प्रोस्टेट एक छोटी ग्रंथि हैं जो पुरुषों के पेट के निचले भाग में पाई जाती हैं, यह मूत्राशय के नीचे और मुत्रमार्ग के आसपास होता है | प्रोस्टेट हार्मोन टेस्टोस्टेरोन द्वारा विनिर्मित होता है और एक तरल पदार्थ का उत्पादन करता है, जिसे आम भाषा में वीर्य कहा जाता है, जब प्रोस्टेट में कोशिकाओं की असामान्य, असीमित वृद्धि से ट्यूमर बन जाता है तो यह प्रोस्टेट कैंसर कहलाता है।
प्रोस्टेट कैंसर जैसा कि इसके नाम में मौजूद कैंसर शब्द से ही पता लगता हैं कि यह एक गंभीर व घातक बीमारी है! परंतु भयानक लगने वाले शब्द कैंसर से जुड़ा प्रोस्टेट क्या बला हैं? और इससे कैसे बचा जा सकता हैं? आज जब सितंबर माह को प्रोस्टेट कैंसर जागरूक माह के रूप में मनाया जा रहा है, आइये जानते हैं यह कौन सी बीमारी है और इससे बचने के पाचं रामबाण उपाय कौनसे हैं?
प्रोस्टेट एक छोटी ग्रंथि हैं जो पुरुषों के पेट के निचले भाग में पाई जाती हैं, यह मूत्राशय के नीचे और मुत्रमार्ग के आसपास होता है | प्रोस्टेट हार्मोन टेस्टोस्टेरोन द्वारा विनिर्मित होता है और एक तरल पदार्थ का उत्पादन करता है, जिसे आम भाषा में वीर्य कहा जाता है, जब प्रोस्टेट में कोशिकाओं की असामान्य, असीमित वृद्धि से ट्यूमर बन जाता है तो यह प्रोस्टेट कैंसर कहलाता है। जब प्रोस्टेट ग्रंथि में कैंसर होता है तो यह गंभीर रूप से बढ़ सकता है और शरीर के बाकी अंगों तक भी फैल सकता है, जिससे खतरा और अधिक बढ़ जाता है। कई बार इसे नजरंदाज कर दिया जाता है परंतु समय के साथ यह और अधिक गंभीर हो जाता है और खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टरों द्वारा इससे बचने के लिए कई उपाय बताए जाते हैं तो आइए उन्हें जानते हैं:
1. सही खान-पान का सेवन:- आइसोफ्लेवोन्स और लाइकोपीन से युक्त भोजन इसके खतरे से बचाने में मददगार हैं।आइसोफ्लेवोन्स सोयाबीन, मटर दाल और टोफू जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, तथा लाइकोपीन एक चमकदार कैरोटीन हैं जो लाल फल और सब्जियों जैसे गाजर और टमाटर में पाया जाता है। बादाम और अखरोट जैसे वसा युक्त पदार्थों का सेवन भी इसमें फायदेमंद होता है।
2. योग और व्यायाम:- रोजगार की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम खुद को सक्रिय रखकर प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं, योग, व्यायाम, साइकिल चलाकर व स्विमिंग करके हम ना सिर्फ भौतिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं बल्कि प्रोटेस्ट कैंसर को पनपने से भी रोक सकते हैं |
3. सेक्स में सक्रिय होना - वीर्य का संचय प्रोस्टेट कैंसर को बढ़ा सकता हैं, अर्थात विर्यपात की बारंबारता को बढ़ाकर हम प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को रोक सकता हैं | एक शोध के अनुसार माह में 21 बार विर्यपात होना बीस से तीस वर्ष के पुरुषो में प्रोस्टेट कैंसर को मात दे सकता हैं |
4. धूम्रपान के सेवन से बचना - ये हम सब जानते हैं कि धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक है, शायद इसलिए क्योंकी वास्तव में इससे कई खतरे हैं, धूम्रपान करने से प्रोस्टेट कैंसर शरीर में अधिक तेजी से बढ़ता हैं | एक शोध से पता चलता है कि एक प्रोस्टेट कैंसर पीड़ित जो धूम्रपान नहीं करता है वह धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के मुकाबले दस वर्ष अधिक जीवित रहता हैं |
5. उचित समय पर चिकित्सक से परामर्श लेना इलाज से बेहतर रोकथाम है, इसलिए हमे प्रोस्टेट कैंसर को शुरुवाती चरण में ही जान लेना इससे जल्द से जल्द उबारने में काफी मदद करता है, इसे नजरंदाज करना अत्यधिक घातक साबित हो सकता है। अतः हमें आरंभिक लक्षण जैसे: मूत्र की बारंबारता में वृद्धि, मूत्राशय में जलन, मूत्र के साथ खून आने की स्तिथि में ही जल्द से जल्द जांच करवानी चाहिए और चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।