Happy Birthday हार्डी संधू: सिंगर नहीं क्रिकेटर बनना चाहते थे पंजाबी सिंगर हार्डी संधू, इस कारण छोड़ा क्रिकेट का सपना
पंजाब में अपने गानों और परफॉर्मेंस के बलबूते लोगों के दिलों पर राज करने वाले हार्डी संधू आज अपना 35 वां जन्मदिन मना रहे हैं। लेकिन बहुत ही कम लोग जानते है कि संधू क्रिकेटर बनना चाहते थे।
पंजाब में अपने गानों और परफॉर्मेंस के बलबूते लोगों के दिलों पर राज करने वाले हार्डी संधू आज अपना 35 वां जन्मदिन मना रहे हैं। लेकिन बहुत ही कम लोग जानते है कि संधू क्रिकेटर बनना चाहते थे।
अपने कई लोकप्रिय गानों जैसे ‘नाह सोनिए' जिसे यूट्यूब पर 100 मिलियन से भी ज्यादा बार देखा गया है, के बलबूते लोगों के दिलों पर राज करने वाले हार्डी संधू आज अपना 35वां जन्मदिन मना रहे हैं। हार्डी संधू का जन्म 6 सितंबर 1986 में पंजाब के जिले पटियाला में हुआ था, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि उनका पूरा नाम हरविंदर सिंह है। गायक ने अपने आत्मविश्वास, सोच, और बैकबोन गीतों के बलबूते देश के सबसे लोकप्रिय गायकों में अपना नाम बनाया है।
बहुत कम लोगो को यह बात पता है कि हार्डी संधू क्रिकेटर बनना चाहते थे। वह इंडिया की अंडर 19 टीम के लिए भी खेल चुके हैं। संधू ने 2005 में अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। पंजाब में जन्मे हरविंदर सिंह उर्फ हार्डी की जिंदगी से जुड़ा एक बहुत ही दिलचस्प किस्सा है जब एक बार वे अपनी ट्रेनिंग के दौरान बगैर वॉर्म-अप के ही मैदान पर आ गए थे, इस कारण वह चोटिल हो गए, जिसकी वजह से उन्हें 2007 में ही क्रिकेट करियर का सपना छोड़ना पड़ा और अपना सारा ध्यान उन्होंने अपने सिंगिंग टैलेंट पर लगा दिया।
हार्डी संधू सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग में भी खेल चुके हैं, जिसमे उन्होंने ‘पंजाब दे शेर' की और से बल्लेबाज़ी की थी और पचास रन बनाए थे।
हार्डी का मानना है की भले ही उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा लेकिन उन्हें एहसास हुआ की वह गा सकते हैं। तभी उन्होनें अपने चाचा से संगीत की कला को सीखा और लोगों के दिलों में जगह बनाई। सोच, जोकर, हॉर्न ब्लो जैसे लोकप्रिय गाने लोगों के दिलों में बसते हैं।