बैंक खातों का मिलान न होने से किसानों के अटके 17 करोड़ रुपये
हरियाणा में गेहूं की रिकार्ड खरीद के बाद अधिकांश किसानों के खाते में फसल की सीधी रकम पहुंच गई है लेकिन अभी भी काफी किसानों को राशि नहीं मिली है। खातों का मिलान नहीं होने के कारण ऐसा हुआ है।
हरियाणा के किसानों ने रबी सीजन में करीब 85 लाख टन गेहूं सरकारी एजेंसियों को बेचा जिसकी कीमत 15 हजार 402 करोड़ थी ,जिसमे से 9 लाख 14 हजार 415 किसानों के खातों में 15 हजार 385 करोड़ रुपए आ गए। लेकिन कई किसानों के 17.64 करोड़ रुपये अभी भी अटके हुए हैं ।
हालांकि कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किसानों को भरोसा दिलाया है की ,जिन किसानों के पैसे बकाया है वो अपने बैंक खाते की पास बुक की फोटो जिला खाद्य एंव आपूर्ति नियंत्रक (डीएफएससी) या डीएम ऑफिस में जमा कर सकते हैं ,इसके तुरंत बाद उनका भुगतान हो जाएगा।
दलाल ने कहा कि बैंक खातों का मिलान नहीं होने से जिन किसानों का भुगतान नहीं हुआ है, वे डीएफएससी या डीएम कार्यालय में बैंक पास बुक की प्रति जमा करवा दें। प्रति जमा होने के बाद उनका पैसा भी जारी कर दिया जाएगा।
बाजार में मिला अच्छा भाव - सरकार के न्यूनतम मूल्य पर सरसों की खरीद के लिए 71 ,जौ के लिए 25 ओर चने के लिए 11 मंडी खोली गई थी ,लेकिन किसानों को मंडियों से ज्यादा अच्छा भाव बाजार में मिला जिस वजह से वे मंडी में पहुंचे ही नहीं ।