नीट 2021 के आयोजन पर शशि थरूर ने कहा, वास्तविक चिंताओं को लेकर सरकार जवाब नहीं दे रही
नीट 2021 (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) के आयोजन को लेकर कांग्रेस नेता अथवा लोक सभा सांसद शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा कि नीट परीक्षाएं हमारी सरकार को खराब रोशनी में दिखाती हैं।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने नीट2021 (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) के आयोजन को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार वास्तविक चिंताओं पर जवाब नहीं दे रही है। थरुर ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा कि कोरोना महामारी के बीच नीट परीक्षाएं होना हमारी सरकार को खराब रोशनी में दिखाती है।
थरुर ने अपने ट्वीट में कहा कि “नीट परीक्षा हमारी सरकार को खराब रोशनी में दिखा रही है। वास्तविक चिंताओं और समस्याओं पर सरकार जवाब नहीं दे रही है। परीक्षार्थियों को समय पर एडमिट कार्ड भी नहीं पहुंचाए गए। परीक्षार्थी के शहर में सेंटर उपलब्ध कराने में भी सरकार नाकाम रही है, इसीलिए परीक्षार्थियों को मजबूरी में जोखिम लेकर यात्रा करनी पड़ेगी”।
सुप्रीम कोर्ट ने 6 सितंबर को नीट परीक्षा टालने की याचिका खारिज कर दी थी जिसके बाद नीट परीक्षा होने का रास्ता साफ हो गया था। अब नीट यूजी 2021 की परीक्षा 12 सितंबर को ही होगी।
कब हैं NEET की परीक्षाऐं ?
नीट यूजी का आयोजन 12 सितंबर को होना है। वहीं नीट पीजी की तारीख 11 सितंबर तय की गई है। AIIMS, PGIMER, NIMHANS, SCTIMST and JIPMER को छोड़कर भारत के सभी मेडिकल कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में MD, MS या Postgraduate Diploma कार्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक आवेदकों के लिए नीट पीजी 2021 परीक्षा एक ऑनलाइन परीक्षा के रूप में आयोजित की जाएगी। NEET 2021 को पहली बार कई अन्य परीक्षा केंद्रों में आयोजित किया जाएगा। विदेशी चिकित्सा उम्मीदवारों के लिए दुबई में और तमिलनाडु के छात्रों की सुविधा के लिए चार नए शहरों - चेंगलपेट, विरुधुनगर, डिंडीगुल और तिरुपुर में आयोजित किया जाएगा।
आखिर क्यों हैं परिक्षार्थी नाराज़ ?
नीट परीक्षा और सीबीएसई इंप्रूवमेंट-कंपार्टमेंट समेत कई परीक्षाओं का एक समय में होने को लेकर छात्र लगातार सोशल मीडिया पर आंदोलन कर रहे हैं। कथित तौर पर 13 सितंबर को ICAR की परीक्षा NEET 2021 के ठीक एक दिन बाद है। और छात्र एक दिन में एक केंद्र से दूसरे केंद्र में नहीं जा सकेंगे। परीक्षाओं को आगे टालने की मांग को लेकर छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट से भी गुहार लगाई थी। लेकिन कोर्ट ने तारीखों में दखल देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद एक बार फिर सोशल मीडिया पर इसे आगे टालने की मांग तेज हो रही है। मंगलवार को ट्विटर पर #JusticeForNEETAspirants नंबर 1 ट्रेंड के रूप में पाया गया था। यहां तक कि 1400 से अधिक परीक्षार्थियों ने मामले से संबंधित ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर किए थे।
कांग्रेस ने दिया परीक्षार्थियों का साथ
पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस के नेताओं ने छात्रों की परीक्षा टालने की मांग को आवाज देने का काम किया है। मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर केंद्र सरकार से परीक्षा टालने की विनती करते हुए कहा कि सरकार छात्रों के संकट को अनदेखा कर रही है।
किया जाएगा कोविड प्रोटोकॉल का पालन- शिक्षा मंत्री
परीक्षा की तारिख की घोषणा करते समय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने के लिए, केंद्र में सभी उम्मीदवारों को फेस मास्क प्रदान किया जाएगा। प्रवेश और निकास के दौरान संपर्क रहित पंजीकरण, उचित स्वच्छता, सामाजिक दूरी के साथ बैठना आदि भी सुनिश्चित किया जाएगा।