The Kashmir Files: सुपरहिट फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को मिली ‘वाय’ श्रेणी की सुरक्षा
भारत की सुरक्षा एजेंसी के अंतर्गत खतरे के स्तर के अनुसार सुरक्षा के स्तर को भी रखा गया है। Y श्रेणी, सुरक्षा का तीसरा स्तर है। यह सुरक्षा भारत में मौजूद किसी विशिष्ट या अति विशिष्ट व्यक्ति को जान का खतरा होने के आशंका पर प्रदान की जाती है। इस सुरक्षा के अंतर्गत इसमें कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं।
हाल ही में चर्चित फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। संपूर्ण भारत में विवेक अग्निहोत्री को सीआरपीएफ द्वारा सुरक्षा दी जाएगी।
बॉलीवुड के नामी निर्देशकों में से एक विवेक अग्निहोत्री हाल ही में अपनी फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” के रिलीज की वजह से सुर्खियों में हैं। इनकी सुरक्षा को ध्यान रखते हुए गृह मंत्रालय ने इन्हें Y श्रेणी की सुरक्षा दी है। चलिए जानते हैं किन लोगों को मिलती है ये सुरक्षा और क्यों?
विवेक अग्निहोत्री को “Y” श्रेणी की सुरक्षा:
11 मार्च 2022 को रिलीज हुई फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” बॉक्सऑफिस पर ताबड़तोड़ कमाई करने के साथ–साथ 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी है। फिल्म को कई राज्यों में टैक्स मुक्त कर दिया गया है, साथ ही देश के कोने–कोने से लोग फिल्म का खूब समर्थन भी कर रहे हैं। जिस प्रकार फिल्म के समर्थक विवेक अग्निहोत्री के काम की खूब प्रसंशा कर रहे हैं वहीं फिल्म के विरोधी विवेक अग्निहोत्री की विचारधारा के खिलाफ हैं। इन्हीं कारणों को देखते हुए केंद्रीय खुफिया एजेंसी का कहना है की विवेक अग्निहोत्री को जान का खतरा है और यही कारण है कि गृहमंत्रालय ने उन्हें Y श्रेणी की सुरक्षा दी है।
क्या होती है ‘Y’ श्रेणी की सुरक्षा?
भारत की सुरक्षा एजेंसी के अंतर्गत खतरे के स्तर के अनुसार सुरक्षा के स्तर को भी रखा गया है। Y श्रेणी, सुरक्षा का तीसरा स्तर है। यह सुरक्षा भारत में मौजूद किसी विशिष्ट या अति विशिष्ट व्यक्ति को जान का खतरा होने के आशंका पर प्रदान की जाती है। इस सुरक्षा के अंतर्गत इसमें कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं जिनमे से दो निजी सुरक्षागार्ड और एक या दो कमांडो होते हैं। देश के विशिष्ट व्यक्तियों को सबसे अधिक Y श्रेणी की सुरक्षा ही दी जाती है।
कितने प्रकार की होती है सुरक्षा व्यवस्था?
देश भर में मौजूद विशिष्ट एवं अति विशिष्ट व्यक्तियों को सुरक्षा देने के लिए सरकार ने 5 विभिन्न प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की है। ये पाँचो सुरक्षा के स्तर कुछ इस प्रकार से हैं–
- X श्रेणी की सुरक्षा: X श्रेणी की सुरक्षा को सबसे निम्न स्तर की सुरक्षा व्यवस्था कहा जाता है क्योंकि इसमें मात्र 3 सुरक्षाकर्मी ही तैनात रहते हैं जिनमे से दो पुलिसकर्मी एवं एक निजी सिक्योरिटी ऑफिसर होता है।
- Y श्रेणी की सुरक्षा: X श्रेणी की सुरक्षा के बाद Y श्रेणी की सुरक्षा का नम्बर आता है। इस श्रेणी में 8 पुलिस कर्मी साथ ही 1 या 2 निजी कमांडर तैनात होते हैं।
- Y+ श्रेणी की सुरक्षा: X और Y श्रेणी के मुकाबले Y+ स्तर की सुरक्षा अत्याधिक सख्त होती है। इस सुरक्षा में कुल 11 पुलिस कर्मी साथ ही 2 से 4 निजी सिक्योरिटी ऑफिसर तैनात होते हैं।
- Z श्रेणी की सुरक्षा: Z श्रेणी की सुरक्षा अत्याधिक विशिष्ट व्यक्तियों को दी जाती है। इस सुरक्षा में 22 पुलिस कर्मी, सीआरपीएफ की एक्स्ट्रा सुरक्षा तथा एक एस्कॉर्ट कार तैनात रहती है।
- Z+ श्रेणी की सुरक्षा: सुरक्षा के सभी स्तरों में सबसे बड़ी सुरक्षा Z+ सुरक्षा होती है। इस सुरक्षा में 28 एनएसजी कमांडो, एक एस्कॉर्ट, एक पायलट, पीछे चलने वाली कार, कोबरा कमांडो तथा 12 होम गार्ड्स 24 घंटे तैनात रहते हैं।
किन हस्तियों को मिल चुकी है ये सुरक्षा?
इन सुरक्षाओं को पाने वाले की सूची में बॉलीवुड स्टार्स के साथ–साथ मंत्रियों के नाम भी शामिल हैं। चलिए एक नजर डालते हैं इस सूची पर–
- नरेंद्र मोदी – Z+ सुरक्षा
- योगी आदित्यनाथ – Z+ सुरक्षा
- कंगना राणावत – Y+ सुरक्षा
- कुमार विश्वास – Y सुरक्षा
- मुकेश अंबानी– Z+ सुरक्षा
- सुबेंदु अधिकारी – Z सुरक्षा
- राजीव बनर्जी – Z सुरक्षा (बंगाल)
वीवीआईपी सुरक्षा का खर्च:
भारत में विशिष्ट एवं अति विशिष्ट व्यक्तियों को गृह मंत्रालय द्वारा दी जाने वाली सुरक्षा जितनी की सुरक्षित है उतनी ही महंगी भी है। सुरक्षा पर किया गया कुल खर्च भारत सरकार स्वयं निर्वहन करती है। चलिए जानते हैं कितना खर्च करना पड़ता है भारत सरकार को–
- Z+ श्रेणी की सुरक्षा के लिए भारत सरकार हर महीने लगभग 20 लाख रुपए प्रति व्यक्ति खर्च करती है।
- वहीं अगर बात करें, Z श्रेणी की सुरक्षा की तो इसका कुल खर्च प्रति व्यक्ति लगभग 15 से 16 लाख रुपए प्रति माह होता है।
- Y+ श्रेणी की सुरक्षा के लिए सरकार प्रति महीने तकरीबन 15 लाख रूपया खर्च करती है।
- Y श्रेणी की सुरक्षा भारत में सबसे अधिक दी जाने वाली सुरक्षाओं में से एक हैं। इस सुरक्षा पर सरकार महीने के 12 लाख रुपए खर्च करती है।
- सबसे निम्न कोटि की सुरक्षा यानी X स्तर की सुरक्षा पर भी सरकार तकरीबन 8 से 10 लाख रुपए प्रति महीना खर्च करती है।