श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर शराब और मांस की बिक्री बंद ,लोग बेरोजगारी की गिरफ्त में
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा में शराब और मास की बिक्री पर रोक लगाने का ऐलान कर दिया। मुख्यमंत्री योगी ने सार्वजनिक तौर पर ऐलान करते हुए कहा था कि जो लोग मांस और शराब बेचते थे, वो अब दूध बेच सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा में शराब और मास की बिक्री पर रोक लगाने का ऐलान कर दिया। मुख्यमंत्री योगी ने सार्वजनिक तौर पर ऐलान करते हुए कहा था कि जो लोग मांस और शराब बेचते थे, वो अब दूध बेच सकते हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री 30 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाने मथुरा पहुंचे थे। मथुरा को 2017 में नगर निगम और तीर्थ स्थल घोषित किया गया था। मथुरा के तीर्थ स्थल होने के नाते उन्होंने यहाँ पर मांस और शराब पर बैन की घोषणा करते हुए कहा था कि मथुरा-वृन्दावन दूध के लिए जाना जाता है तो अब कारोबारी दूध बेचेंगे।
आपको बता दें कि जब मुख्यमंत्री योगी 2017 में नए मुख्यमंत्री बने थे, तब उन्होंने आदेश दिया था कि उत्तर प्रदेश में मांस बेचने वाली सभी दुकानों द्वारा लाइसेंस रखना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा था कि बिना लाइसेंस के अगर किसी को भी मांस बेचते हुए पाया गया तो उस पर कड़ी कार्यवाही होगी।
क्या नए काम की शुरुआत आसान है?
लॉकडाउन के बाद समूचा देश और प्रदेश बेरोजगारी से जूझ रहा है। ऐसे में शराब और मांस की दुकानों को बंद किए जाने से बेरोजगारी के और अधिक बढ़ने की आशंका है। श्रम विभाग द्वारा चलाए जा रहे एक वेब पोर्टल के अनुसार पिछले दो वर्षों में राज्य में पंजीकृत शिक्षित बेरोजगारों की संख्या में 58.43 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
चूंकि मुख्यमंत्री योगी ने दूसरा कोई काम यानी दूध बेचने का सुझाव दिया है। परंतु किसी भी नए काम की शुरुआत के लिए पैसा सबसे आवश्यक संसाधन है। ऐसे समय में जब उनका रोजगार उनके हाथ से खिसक रहा है,उन्हें नया काम शुरू करने के लिए सरकार द्वारा यथासंभव सहायता प्रदान किया जाना और अधिक आवश्यक हो जाता है।