राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने रिहा होने के बाद कहा 'आवाज़ दबाने की साजिश'
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET) और एसआई भर्ती (SI Recruitment) में हुई गड़बड़ियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर 30 सितंबर (गुरुवार) को राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ (Rajasthan Unemployed Unified Federation) के अध्यक्ष उपेन यादव के द्वारा प्रस्तावित आंदोलन के पहले ही उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया।
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET) और एसआई भर्ती (SI Recruitment) में हुई गड़बड़ियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार 30 सितंबर को राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ (Rajasthan Unemployed Unified Federation) के अध्यक्ष उपेन यादव ने आंदोलन का आह्वान किया था। यह आंदोलन दोपहर 1 बजे राजस्थान की राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर प्रस्तावित था, जहाँ पर सैकडों की संख्या में युवा एकत्रित हुए थे। परंतु जैसे ही उपेन यादव आंदोलन के लिए रवाना हुए, जयपुर पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया। प्रस्तावित आंदोलन के कुछ घंटे पहले ही उपेन यादव के मकान के बाहर पुलिस ने घेराबंदी कर दी थी।
पुराने मामले में हुई गिरफ्तारी:
5 जुलाई को महासंघ कार्यालय के बाहर एक प्रदर्शन किया गया था, जिसमें कोरोना दिशानिर्देश के उल्लंघन को लेकर मामला दर्ज किया गया था। पुलिस का कहना है कि उसी मामले में उपेन यादव को गिरफ्तार किया गया था। उपेन यादव को गिरफ्तार कर पहले शिप्रा पथ थाने ले जाया गया जिसके बाद मानसरोवर थाने से उपेन यादव को 3-5 घंटे में ही जमानत मिल गयी। जल्दी रिहा होने का श्रेय, उपेश ने एक विडिओ के माध्यम से अपने युवा साथियों को दिया है जिन्होने ट्विटर पर हैस्टैग ट्रेंड करवाकर दबाव बनाने की कोशिश की थी।
बेरोजगार यहीं रुकने वाले नहीं है:
हिरासत से बाहर आए उपेन यादव ने कहा कि "बेरोजगारों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है। आज धरना प्रस्तावित था और उसी धरने से डरकर एक पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया लेकिन बेरोजगार यहीं रुकने वाले नहीं है। जल्द ही इन दोनों मांगों को लेकर फिर से एक बड़ा आंदोलन जयपुर में किया जाएगा और इस बार प्रदेश के हर हिस्से से बड़ी संख्या में बेरोजगार जयपुर में जुटेंगे।" उपेन का कहना है कि पेपर आउट होने के मामले में आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होता है। साथ ही बड़े अफसरों का भी संरक्षण प्राप्त है, ऐसे में इन मामलों की जांच पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप SOG से करवाई जानी चाहिए।
सब इंस्पेक्टर परीक्षा के बाद अब रीट के परीक्षा पत्रों में धांधली:
बता दें कि बीते कुछ दिनो से सब इंस्पेक्टर की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का मामला चल रहा था और अब राजस्थान की सबसे बड़ी परीक्षा, रीट का पेपर भी बाजार में आउट हो गया है। पेपर लीक मामले में अधिकारी समेत 20 सरकारी कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है जबकि 100 लोग गिरफ्तार भी हुए हैं। राज्य सरकार ने परीक्षा लीक होने से रोकने के लिए सुबह 6 बजे से पूरे राजस्थान में नेट बंद कर दिया था मगर उसके पहले ही लोगों के मोबाइल पर प्रश्न पत्र आ गया था।
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