उत्तराखंड: सरकारी विद्यालयों और कार्यालयों में प्लास्टिक से बनी बोतल का इस्तेमाल पूर्ण रूप से प्रतिबंधित
Plastic Ban: पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए उत्तराखंड सरकार ने यह फैसला लिया है। इस फैसले के अंतर्गत सरकार उत्तराखंड को प्लास्टिक मुक्त राज्य बनाना चाहती है। वहीं विद्यालयों में पेयजल कैंपर लगाए जाने की घोषणा भी सरकार ने की है।
उत्तराखंड सरकार ने प्लास्टिक से बनी बोतलों पर प्रतिबंध की घोषणा की है। अब किसी भी सरकारी विद्यालय और कार्यालय में मात्र धातु से बनी बोतलों का ही उपयोग मान्य होगा। बता दें कि पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए उत्तराखंड सरकार ने यह फैसला लिया है। इस फैसले के अंतर्गत सरकार उत्तराखंड को प्लास्टिक मुक्त राज्य बनाना चाहती है। वहीं विद्यालयों में पेयजल कैंपर लगाए जाने की घोषणा भी सरकार ने की है। कैंपर लगाने के साथ–साथ सरकार ने धातु से बनी बोतलों का उपयोग करने की सलाह दी है।
उत्तराखंड को प्लास्टिक मुक्त बनाने की योजना:
प्लास्टिक के उपयोग की बढ़ती अधिकता को देखते हुए उत्तराखंड सरकार के शिक्षा महानिदेशक बंसीधर तिवारी ने इस संदर्भ में आदेश पारित किए हैं। इस योजना के अनुसार उत्तराखंड में मौजूद सभी कार्यालय एवं स्कूलों में प्लास्टिक से बनने वाली सभी प्रकार की वस्तु जैसे– प्लास्टिक बोतल, प्लास्टिक ग्लास, प्लास्टिक की थाली व प्लेट आदि के उपयोग पर पाबंदी लगा दी गई है।
योजना का महत्व:
इस योजना के तहत सभी प्लास्टिक से बनी वस्तुओं पर रोक लगाने के साथ–साथ उत्तराखंड के निवासियों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों से अवगत भी कराया जायेगा। दुष्प्रभावों से अवगत कराने से लोग इस योजना को गंभीरता से देखेंगे एवं इसका पालन भी करेंगे। प्लास्टिक के विकल्प के रूप में सरकार जूट एवं कपड़े इत्यादि से बने थैलों का उपयोग करने के लिए जनता को प्रोत्साहित भी कर रही है।
सरकार कैसे करेगी काम?
प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाते हुए नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय का कहना है कि प्रत्येक वार्ड में 5 सफाईकर्मियों की व्यवस्था की जाएगी। सफाईकर्मी सड़कों एवं नालियों से प्लास्टिक इकट्ठा करेंगे ओर उसे डीडीए के पॉलीथिन रिसाइकिलिंग प्लांट भेजेंगे। प्लास्टिक के उपयोग पर पाबंदी के साथ ही 23 मार्च से प्लास्टिक की बिक्री पर भी पाबंदी लगाई जाएगी।
किन राज्यों में प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित है?
भारत के कई शहरों में प्लास्टिक का उपयोग बहुत पहले से ही प्रतिबंधित है। चलिए जानते हैं उन शहरों के नाम जहां प्लास्टिक के उपयोग पर रोक है-
- ओड़िशा के चिलिका झील के निकटवर्ती क्षेत्रों में प्लास्टिक पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है।
- वहीं पश्चिम बंगाल में धार्मिक स्थलों पर प्लास्टिक की वस्तुओं के उपयोग पर पूर्ण रूप से रोक है।
- गुजरात के गांधीनगर में भी प्लास्टिक से निर्मित सभी वस्तु प्रतिबंधित हैं।
- गोवा के कुछ क्षेत्रों में प्लास्टिक के निर्माण, बिक्री एवं उपयोग पर पाबंदी है।
- केरेला के तिरुवनंतपुरम, कन्नूर और कोट्टायम जिले में कई सालों पहले से ही प्लास्टिक प्रतिबंधित है।