वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ स्टूडेंट एंड यूथ ने खजुराहो में किया अंतराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में बी डी शर्मा ने अपने वक्तव्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खजुराहो को ले जाने की बात कहते हुए कहा कि स्थापत्य कला के अद्भुत नमूने को आप सभी छात्र देखें और वैश्विक स्तर पर भारत की सांस्कृतिक और कलात्मक विरासत को पहुंचाएं।
वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ स्टूडेंट एंड यूथ की अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन खजुराहो में Ramada Hotel के सभागार में दिनांक 13अगस्त 2022 को किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन से किया गया। जहां कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में बी डी शर्मा ने अपने वक्तव्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खजुराहो को ले जाने की बात कहते हुए कहा कि स्थापत्य कला के अद्भुत नमूने को आप सभी छात्र देखें और वैश्विक स्तर पर भारत की सांस्कृतिक और कलात्मक विरासत को पहुंचाएं।
उन्होंने कहा कि wosy अपने आप्त वाक्य "वसुधैव कुटुंबकम्" को चरितार्थ कर रहा है। यह सिर्फ एक पंक्ति नही विचार है। वहीं, स्वामी विवेकानंद के शिकागो वक्तव्य को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जैसे ही विदेशी धरती पर सभागार में उन्होंने मेरे प्रिय भाइयों और बहनों शब्द कहा वैसे ही विश्व को भारत की विश्व बंधुत्व भावना का परिचय दे दिया।
भारत की पहचान आत्मीयता, मूल्य,नीति,सद्भावना, दायित्व बोध के साथ करुणा के भाव से है जिसे भारत के यशश्वी प्रधानमंत्री ने इसे मंत्र की तरह दुनिया को दिया है।संकट से समाधान का रास्ता कोविड महामारी के दौरान प्रधानमंत्री जी ने विश्व को दिया। सर्वे भवन्तु सुखिनः के सिद्धांत को योग दिवस के रूप में भारत ने दिया और विश्व के 193 देशों ने उसे स्वीकार भी किया।
Wosy से जुड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय छात्र भारत की वैश्विक पहचान को करेंगे और मजबूत
मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मिनिस्टर संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री कृष्णा रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की विशेषता विचारों की विविधता,कलात्मक स्वतंत्रता और प्रजातांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने वाले देश के रूप में है। अतिथि देवो भव जैसी भावना भारत की पहचान है जहां अतिथि भी देवता सदृश हैं। पूरे देश की यात्रा से आप इस भाव को समझ सकते हैं। फ्यूचर जेनरेशन अर्थात आने वाली पीढ़ी को नए सकल्प के साथ नए भारत का स्वप्न संजोना होगा। भारत प्रजातंत्र की जन्मस्थली है। 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की भारत की अर्थव्यवस्था के होने का अनुमान है। युवा शक्ति ,विश्वशक्ति है यह सिर्फ नारा नहीं बल्कि उसे प्राप्त करने के लिए संकल्पित हो आगे बढ़ना होगा।
भारत विविधताओं का देश है। भाषा,संस्कृति की विभिन्नता के बावजूद यह एक है।आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को एक साथ समझ कर भारत की वैभवशाली परंपरा को आत्मसात करने की जरूरत है। उन्होंने अपने व्याख्यान में भारत के खाद्यान्न उत्पादन के विभिन्न आयामों को बताते हुए कहा कि विश्व में कोविड के दौरान भारत सबसे बड़ा निशुल्क अन्न वितरण करने वाला देश बना।
युवाओं को भारत के अमृत महोत्सव में भाग लेने और भारत की परंपरा और संस्कृति को जानने समझने का आह्वान किया।
बता दें कि Wosy के जनरल सेक्रेटरी संजीव निगमबो ने wosy का परिचय देते हुए कहा कि अपने स्थापना काल 1985 से वसुधैव कुटुंबकम् की भावना का विस्तार करते हुए भारत में पढ़ रहे विदेशी छात्रों के हित के प्रति वचनबद्ध हैं। सतत विकास उसके चिंतन में है। UN के एजेंडे को विकसित करने में wosy की भूमिका महत्वपूर्ण है।
Wosy के चेयरपर्सन नितिन शर्मा ने कहा कि wosy एक वैश्विक परिवार है। भारत के पास भावना है। इसे कॉविड के दौरान विश्व ने समझा है। आज की इस बैठक में 32 देशों के 90 wosy सदस्य इस भावना की पुष्टि करते हैं। साथ ही उनका एक साथ होना यह साबित करता है कि किसी भी समस्या का समाधान युद्ध नहीं है।
इस अवसर पर भारत में नेपाल के राजदूत डॉशंकर प्रसाद,जमैका के राजदूत श्री जैसन किट्स हाल के साथ एबीवीपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान, महामंत्री निधि त्रिपाठी, सह संगठन मंत्री प्रफुल्ल अकांत, लक्ष्मण के अतिरिक्त देश भर से आए अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे। बता दें कि एक दिन पूर्व भारत में पढ़ रहे विदेशी छात्रों ने wosy के साथ जुड़े विचारो को साझा किया एवम सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी।