अब सुअर की किडनी करेगी मानव शरीर में भी काम, सफल हुआ अद्भुत चमत्कार।
अमेरिका के वाशिंगटन में एक अद्भुत चमत्कार सामने आया है जहां अमेरिकी मेडिकल टीम ने अस्थायी रुप से एक सूअर की किडनी को इंसानी शरीर में फिट कर दिया।
अमेरिका के वाशिंगटन में एक अद्भुत चमत्कार सामने आया है, जहां अमेरिकी मेडिकल टीम ने अस्थायी रुप से एक सूअर की किडनी को इंसानी शरीर में फिट कर दिया। हैरानी वाली बात यह है कि यह प्रयास सफल भी हो गया।
इस प्रक्रिया को सफल बनाने वाले सर्जन ने इसे एक चमत्कार बताया है।
यह जानना भी अहम होगा कि यह सर्जरी 25 सितंबर को की गई थी। रोगी को ब्रेन डेड संबंधी रोग था, तथा किडनी ट्रांसप्लांट के लिए रोगी के परिजनो ने अपनी स्वीकृति दी थी।
न्यूयॉक यूनिवर्सिटी लैंगोंन में ट्रांसप्लांट संस्था के निदेशक रॉबर्ट मोंटगेमरी ने अपने इंटरव्यू में बताया कि सूअर की किडनी ने हूबहू वही काम किया जो इंसानी किडनी करती है-जैसे अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना आदि।
ऐसी गंभीर परिस्थिति में भी सूअर की किडनी मॉलिक्यूल क्रिएटिन के स्तर को कम कर पाने में पूर्णतः समर्थ थी। और यही कारण है जो किडनी की स्वस्थता को दर्शाता है। इस पूरी सर्जरी में 2 घंटे का समय लगा।
मोंटागोमरी ने विस्तार से बताया कि परिजनों के अंग से किडनी लेना सही नही था, ऐसे में हमारे हाथ में यह एक बड़ा अवसर था। हमने उसे 54 घंटे परीक्षण में रखा पर मरीज ने दम तोड़ दिया। वहीं जिस सूअर से किडनी ली गई थी, वह ऐसे समूह से था जिसमें कृत्रिम आनुवांशिक बदलाव किए गए थे।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि तीन साल या कुछ महीनो में क्या बड़े परिवर्तन सामने आते हैं, हालांकि वैज्ञानिकों ने एक शोध पत्रिका निकालने का दावा किया है। उन्होने बताया कि वह प्रमाणिक ट्रायल चाहते हैं।
वहीं इस मामले में ब्रिटेन के बार्मिघम यूनिर्वार्सटी के सर्जन हाइनेक का कहना है कि यह मामला जेनोट्रांसप्लांटेशन से जुड़ा है। ऑर्गन् ट्रांसप्लांट एक बडा कदम है जो व्यक्तियों के अंगो की कमी को जड़ से दूर करेगा।