केंद्रीय जल आयोग के अनुसार आज सुबह आठ बजे यमुना का जल स्तर 208.48 मीटर तक पहुंच गया है। वहीं एमसीडी के मुताबिक, बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने के कारण दिल्ली के सिविल लाइंस जोन के निचले इलाकों में 10 और शहादरा में 7 स्कूल आज बंद रहेंगे। बता दें कि भारी बारिश और हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से शहर के कई इलाके बाढ़ और जलभराव की चपेट में आ गए हैं।
पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में यमुना के जलस्तर में तेजी से बढ़त दिखाई दी है। यह रविवार सुबह 11 बजे 203.14 मीटर था जो बढ़कर सोमवार शाम 5 बजे 205.4 मीटर हो गया। बढ़ा हुआ यह जल स्तर उम्मीद से 18 घंटे पहले खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर चुका है। जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर दिल्ली के बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 भी लगाई है। दिल्ली सरकार के अनुसार, अपनी निकासी योजना के तहत, निचले इलाकों में रहने वाले कुल 16,564 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और 14,534 लोग शहर भर में तंबू/आश्रयों में रह रहे हैं। वहीं कल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आसन्न संकट को कम करने के लिए तत्काल उपाय करने के लिए एक सरकारी निकाय, केंद्रीय जल आयोग को एक पत्र भी लिखा था।
वहीं समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि “जब पानी इस स्तर तक बढ़ जाता है तो यमुना नदी अपने किनारों से बहने लगती है। यमुना के आसपास के 'नाले' भी पानी से भर गए हैं, जिसके कारण यमुना के आसपास के इलाकों, खासकर आईएसबीटी, रिंग रोड और आईटीओ को जलभराव का सामना करना पड़ रहा है। मनुष्य जल के प्रवाह को नियंत्रित नहीं कर सकता। हम लगातार हरियाणा के संपर्क में हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे कम से कम पानी छोड़ें ताकि स्थिति खराब न हो। हम जल-जमाव वाले इलाकों से लोगों को निकाल रहे हैं और उन्हें राहत शिविरों में स्थानांतरित कर रहे हैं... दिल्ली में भी कई सड़कों पर पानी घुस गया है। PWD (लोक निर्माण विभाग) का कहना है कि PWD ने ऐसी सड़कों को बंद कर दिया है।