Delhi University: दिल्ली विश्वविद्यालय ने जारी की पहली कटऑफ, पिछले सालों की तुलना में बढ़ी कटऑफ
1 अक्टूबर 2021 को आखिरकार दिल्ली विश्वविद्यालय ने पहली कटऑफ जारी कर दी है। कई महाविद्यालयों के कई विषयों का कट ऑफ शत प्रतिशत रहा।
1 अक्टूबर 2021 को आखिरकार दिल्ली विश्वविद्यालय ने पहली कटऑफ जारी कर दी है। कई महाविद्यालयों के कई विषयों का कट ऑफ शत प्रतिशत रहा। कट ऑफ पिछले वर्ष की तुलना में बहुत बढ़ा है जिसका प्रमुख कारण सीबीएसई और अन्य राज्यों में कक्षा 12वीं के परिणामों की घोषणा विभिन्न मानकों पर होना है। यदि आंकड़ों की मानें तो मात्र सीबीएससी में ही 95% से ऊपर के 70004 बच्चे हैं जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 38686 थी, जिसकी वजह से कट ऑफउबढ़ने के कयास लगाए जा रहे थे और यह पहले कटऑफ में देखने को मिले। कट ऑफ को लेकर बात करते हुए रामजस कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ मनोज खन्ना का कहना है कि कट ऑफ बढ़ाना इसलिए भी आवश्यक है ताकि ओवर एडमिशन की समस्या सुलझाई जा सके ,साथ ही मिरांडा हाउस की प्रिंसिपल डॉक्टर विजयलक्ष्मी नंदा जी का कहना है कि यह सारे उछाल केवल जनरल कैटेगरी में ही देखने को मिलेंगे। अब यदि पहले कटऑफ की बात की जाए तो हम देखते हैं कि हिंदू विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान और बीकॉम ने इस बार 100% की कटऑफ को छुआ , वहीं श्रीराम कॉमर्स कॉलेज में अर्थशास्त्र ऑनर्स और बीकॉम ऑनर्स में शत प्रतिशत का मानक रखा, कॉलेज में साइकोलॉजी ऑनर्स, हंसराज में कंप्यूटर साइंस और दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज में कंप्यूटर साइंस में सत प्रतिशत कटऑफ के साथ कीर्तिमान स्थापित किए। अन्य सभी कॉलेजों ने पिछले वर्ष के प्रथम कटऑफ की तुलना में 5 से 6% वृद्धि की है। छात्रों को पहले कटऑफ के दायरे में अपना स्थान सुनिश्चित करने के लिए 6 से 7अक्टूबर तक का समय दिया गया है।