देश के 18 वें मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त हुए डॉ. वी अनंत नागेश्वरन
नागेश्वरन ने क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी और जूलियस बेयर ग्रुप के साथ स्विजरलैंड और सिंगापुर में काम किया है। उन्होंने द तक्षशिला इंस्टिट्यूशन कि सह-स्थापना की और साल 2001 में आविष्कार समूह का पहला प्रभाव निवेश कोष लांच किया।
डॉ. वी अनंत नागेश्वरन को भारत सरकार ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय का मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया है। इसकी जानकारी 28 जनवरी शुक्रवार को वित्त मंत्रालय ने अपने ऑफिसियल ट्विटर हेंडल से दी है। नागेश्वरन केंद्रीय वित्त मंत्रालय के 18 वें मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त हुए है। उन्होंने केवी सुब्रमण्यम का स्थान लिया है। सुब्रमण्यम बतौर मुख्य आर्थिक सलाहकार 3 साल तक रहे हैं। उन्होंने 17 दिसंबर 2021 को अपना इस्तीफा दिया था।
शुरुआती जीवन और शिक्षा
वी. अनंत नागेश्वरन का जन्म दक्षिण भारत के तमिलनाडु में साल 1962 में हुआ। साल 1983 में नागेश्वरन ने अमेरिकन कॉलेज, मदुरै से स्नातक कि पढ़ाई की। उसके बाद साल 1986 में उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद से प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त जिसके बाद नागेश्वरन ने मैसाचुसेट्स अमर्हस्ट विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट कि उपाधि प्राप्त की। नागेश्वरन IFMR ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन और Krea विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के विजिटिंग प्रोफेसर भी रहे हैं।
नागेश्वरन किन-किन जगहों पर दे चुके हैं सेवाएं ?
नागेश्वरन ने क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी और जूलियस बेयर ग्रुप के साथ स्विजरलैंड और सिंगापुर में काम किया है। उन्होंने द तक्षशिला इंस्टिट्यूशन कि सह-स्थापना की और साल 2001 में आविष्कार समूह का पहला प्रभाव निवेश कोष लांच किया। सिंगापुर प्रबंधन विश्वविद्यालय, भारतीय प्रबंधन संस्थान बैंगलोर और भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर में ग्रेजुएशन के छात्रों के लिए प्रोफेसर के रूप में भी अध्यापन का कार्य किया। उन्होंने 2019 और 2021 के बीच आर्थिक सलाहकार परिषद के अंशकालिक सदस्य के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं।
कौन-कौन थे इस पद के उम्मीदवार ?
नागेश्वरन के अलावा इस पद के लिए उम्मीदवारों में अन्य प्रमुख आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर पामी दुआ और महानिदेशक, नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) की महानिदेशक पूनम गुप्ता थे। 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने इन सभी नामों को चुना था। लेकिन अंत में कमेटी के सदस्यों ने नागेश्वरन पर मुहर लगाई है।