मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक का नाम बदलने का किया ऐलान: अब से आप फेसबुक को मेटा के रूप में देखेंगे।

लोगों द्वारा सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने अपना नाम बदलने का फैसला कर लिया है। अब से फेसबुक दुनिया भर में अपने नए नाम मेटा से जानी जाएगी।

Oct 29, 2021 - 18:38
January 5, 2022 - 12:29
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मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक का नाम बदलने का किया ऐलान: अब से आप फेसबुक को मेटा के रूप में देखेंगे।
Image Source: dailystar.co.uk

लोगों द्वारा सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने अपना नाम बदलने का फैसला कर लिया है। अब से फेसबुक दुनिया भर में अपने नए नाम मेटा से जानी जाएगी। फेसबुक के फाउंडर और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एक मीटिंग के दौरान इसका ऐलान किया है। लंबे समय से फेसबुक के नाम को बदलने की बात पर चर्चा चल रही थी। जिसकी सभी प्रक्रियाओं को अब को पूरा कर लिया गया है और अब फेसबुक अपने नए नाम मेटा से जाना जाएगा।

मार्क जुकरबर्ग ने बदला फेसबुक का नाम:

फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग एक लंबे अरसे से अपनी सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के लिए ब्रांडिंग करना चाह रहे थे। वह इसे एकदम अलग तरीके का ऐप बनाना चाहते थे। मार्क जुकरबर्ग फेसबुक को वह रूप देना चाहते है जिसमें फेसबुक सिर्फ एक सोशल मीडिया ऐप न रहे बल्कि वह पूरी वर्चुअल दुनिया बन जाए। उसी दिशा में आगे बढ़ते हुए अब कंपनी ने फेसबुक का नाम बदलकर मेटा कर दिया है। कंपनी का ध्यान अब एक मेटावर्स दुनिया बनाने पर है जिसके माध्यम से आपका फोन ना केवल एक डिवाइस रहेगा बल्कि एक पूरी वर्चुअल दुनिया में बदल जाएगा, जिसमें आपके पास ट्रांसफर और कम्युनिकेशन के लिए अलग-अलग टूल होंगे।

नए नाम का नया है मतलब: 

जानकारी के लिए बता दें इस नए नाम का सुझाव कंपनी के फॉर्मर सिविक इंटीग्रिटी चीफ समीध चक्रवर्ती द्वारा सुझाया गया है। क्योंकि कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग बहुत पहले से ही वर्चुअल रियलिटी और और ऑगमेंटेड रियलिटी के क्षेत्र में निवेश कर रहे थे, ऐसे में उनके द्वारा कंपनी के नाम को बदलने का कयास लगाया जा रहा था। जिसका खुद मार्क जुकरबर्ग ने गुरुवार को एक मीटिंग के दौरान ऐलान कर दुनिया को बताया। इस नए नाम के जरिए मार्क जुकरबर्ग फेसबुक को सिर्फ एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म तक सीमित नहीं रखने वाले हैं। जिसके लिए कंपनी ने अपना नाम तो बदल ही लिया है तथा कई लोगों के लिए फेसबुक में रोजगार के द्वार भी खोल दिए हैं। करीब 10000 लोग फेसबुक को मेटावर्स की दुनिया बनाने के लिए काम करेंगे।

नाम बदलने का कारण: 

कंपनी का नाम बदलने के पीछे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि, कंपनी के नाम को बदलने का फैसला उस समय लिया गया है, जिस दौरान कंपनी पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। कहा जा रहा है कि एक तरफ तो कंपनी एक वर्चुअल दुनिया बनाने की बात कर रही है तो दूसरी तरफ वह अपने यूजर्स के डाटा को अपने पास सुरक्षित भी नहीं रख पा रही है। कुछ ही समय पहले फेसबुक के पूर्व कर्मचारी द्वारा कंपनी के कुछ सीक्रेट डॉक्यूमेंट लीक कर दिए गए थे। उस के माध्यम से यह पता चला था कि फेसबुक अपने यूजर्स की सुरक्षा से ज्यादा अपने खुद के मुनाफे का ध्यान रखती है। जिसके बाद कंपनी की काफी फजीहत हुई थी।
ऐसे में कंपनी द्वारा फेसबुक का नाम बदला गया है। मार्क जुकरबर्ग द्वारा संबोधन में कहा गया है कि आने वाले समय में हमें एक ऐसे सेफ्टी कंट्रोल की जरूरत पड़ेगी जिससे मेटाफर्स की दुनिया में किसी भी इंसान को दूसरे यूजर्स की निजता में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।