लखीमपुर खीरी हिंसा: किसान संघ रेल रोको आंदोलन के माध्यम से करेगा गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग
संयुक्त किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश के, ‘लखीमपुर खीरी' में किसानों के साथ हुई ‘हिंसा’ को लेकर, ‘केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी' को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग करते हुए सोमवार को लगातार 6 घंटे तक राष्ट्रव्यापी ‘रेल रोको' आंदोलन का आह्वान किया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश के, ‘लखीमपुर खीरी' में किसानों के साथ हुई ‘हिंसा’ को लेकर, ‘केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी' को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग करते हुए सोमवार को लगातार 6 घंटे तक राष्ट्रव्यापी ‘रेल रोको' आंदोलन का आह्वान किया है। आपको बता दें कि अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग इसलिए की जा रही है क्योंकि उनका बेटा आशीष मिश्रा इस मामले का मुख्य आरोपी है।
किसान संघ द्वारा रविवार को एक बयान में कहा गया कि "अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और उसके बेटे को दंड मिलने की मांग के लिए सरकार पर दबाव डालने के लिए यह आंदोलन किया जा रहा है, ताकि लखीमपुर खीरी हिंसा में न्याय सुरक्षित किया जा सके, एसकेएम ने 18 अक्टूबर को एक राष्ट्रव्यापी रेल रोको कार्यक्रम की घोषणा की है।"
संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा 18 अक्टूबर सोमवार को सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम 4:00 बजे तक 6 घंटे के लिए रेल परिवहन को रोकने के लिए अपने क्षेत्रीय घटकों से आह्वान किया गया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने आह्वान में विशेष तौर से कहा है कि आंदोलन शांतिपूर्ण रूप से ही होना चाहिए, तथा रेलवे संपत्ति को आंदोलन से किसी भी प्रकार की कोई क्षति ना पहुंचे।
किसान मोर्चा द्वारा बयान में कहा गया है कि “संयुक्त किसान मोर्चा अजय मिश्रा टेनी को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की मांग कर रहा है। यह बहुत स्पष्ट है कि अजय मिश्रा केंद्र सरकार में गृह मामलों के राज्य मंत्री हैं। उनके इस्तीफे के बिना इस मामले में न्याय सुरक्षित नहीं किया जा सकता है।"
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी हिंसा के दौरान 4 किसानों सहित कुल आठ लोगों की मृत्यु हो गई थी। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आशीष मिश्रा टेनी पर आरोप लगाया गया था कि आशीष मिश्रा के द्वारा एक किसान को गोली मारी गई थी तथा अन्य किसानों को उनके वाहन द्वारा कुचला गया है। हालांकि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री द्वारा इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा गया है कि घटना के दौरान उनका बेटा घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं था। परंतु बाद में हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
विशेष जांच दल एसआईटी के द्वारा सभी आरोपियों सहित आशीष मिश्रा को 14 अक्टूबर के दिन क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।
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