गुरुग्राम के डॉक्टर ने की आत्महत्या- परिवार का आरोप, पत्नी और ससुराल वाले करते थे उत्पीड़न

मानसिक तनाव के चलते 26 अगस्त को रवीन्द्र ने जहरीला पदार्थ खा लिया। इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पॉस्टमार्टम के बाद शव को परिवारवालों को सौंप दिया था।

September 11, 2021 - 19:37
December 9, 2021 - 11:29
 0
गुरुग्राम के डॉक्टर ने की आत्महत्या- परिवार का आरोप, पत्नी और ससुराल वाले करते थे उत्पीड़न
Photo: Patrika

कथित तौर पर पत्नी और ससुराल वालों के उत्पीड़न से परेशान गुरुग्राम के प्रायवेट अस्पताल के डॉक्टर ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की है। पुलिस ने शनिवार को यह बात कही।
इस कथित वजह का खुलासा आत्महत्या के दो हफ्तों के बाद हुआ, जब घर से एक सुसाइड नोट मिला। डॉक्टर के परिजनों ने मृतक की पत्नी और ससुराल वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।


झंझरोला गांव के निवासी डॉक्टर के पिता ओम सिंह ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा गुरुग्राम के एक प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टर था। उन्होंने पुलिस से कहा कि- “जनवरी 2015 में मेरे बेटे की शादी, अलवर की रहने वाली मनीषा से हुई थी। मानसिक तनाव के चलते 26 अगस्त को रवीन्द्र ने जहरीला पदार्थ खा लिया। इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पॉस्टमार्टम के बाद शव को परिवारवालों को सौंप दिया था। मैंने उस समय कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई”।


ओम सिंह ने अपनी शिकायत में बताया है कि रवीन्द्र की मौत के 14 दिनों बाद घर की साफ सफाई के दौरान उन्हें रवीन्द्र का कुछ सामान मिला। रवीन्द्र के सूटकेस में एक डायरी थी जिसमें सुसाइड नोट मिला। “सुसाइड नोट में रवीन्द्र ने लिखा है कि उसके ससुराल वाले उसका उत्पीड़न करते हैं और इसके कारण वह आत्महत्या कर रहा है। उन्होंने अपनी पत्नी मनीषा, सास कमलेश, मनीषा की आंटी सुमन और सूरत पर भी आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया”, ओम सिंह ने जैसा अपनी पुलिस कंपलेंट में बताया।


इसके बाद ओम सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराकर सुसाइड नोट को पुलिस के हवाले कर दिया। शिकायत के बाद पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।