बादाम का सेवन किस बीमारी में है फायदेमंद, जानिएं किन लोगों को नहीं खाना चाहीए
बादाम खाने से दिमाग तेज़ होता है, बादाम की इस खूबी से बच्चा - बच्चा वाकिफ है बादाम में कई पोषक तत्व पाए जाते है | बादाम के फल के अंदर बीज होता है, उसे खाया जाता है | इसके बीज का रंग सफ़ेद होता है, जिसके ऊपर पतला भूरे रंग का छिलका होता है | बादाम को कुछ घंटे पानी में भिगोने के बाद वह छिलका आसानी से उतर जाता है |
बादाम खाने से दिमाग तेज़ होता है, बादाम की इस खूबी से बच्चा - बच्चा वाकिफ है बादाम में कई पोषक तत्व पाए जाते है | बादाम के फल के अंदर बीज होता है, उसे खाया जाता है | इसके बीज का रंग सफ़ेद होता है, जिसके ऊपर पतला भूरे रंग का छिलका होता है | बादाम को कुछ घंटे पानी में भिगोने के बाद वह छिलका आसानी से उतर जाता है | बादाम रोजेशी परिवार से संबंध रखता है, जिसमें सेब, आड़ू, चेरी और नाशपाती भी शामिल है।
बादाम के पेड़ एशिया में ईरान, ईराक, मदीना, मस्कट, शीराज आदि स्थानों पर अधिक मात्रा में पाये जाते हैं। भारत में सबसे ज़्यादा बादाम का उत्पादन जम्मू - कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में होता है | ज़्यादातर लोग कच्चे बादाम व बादाम
भिगोकर खाना पसंद करते है, परंतु इसे अलग अलग व्यंजन में डालकर भी खाया जाता है। मिठाई, स्नैक्स, केक, कूकीज, डेसर्ट आदि में भी इसका उपयोग किया जाता है | बादाम से मक्खन, तेल और दूध भी बनकर तैयार होते है |
बादाम सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है | इसमें प्रोटीन, मिनरल्स, विटामिन और फ़ाइबर की गुणवत्ता होती है |
बादाम खाने के फ़ायदे:
बादाम नवजात शिशु में होने वाले विकारों पर लगाता है रोक बादाम में फोलिक ऐसिड होता है, जो होने वाली संतान को हष्ट -पुष्ट बनाता है या नवजात शिशु में होने वाले विकारों व जन्म दोष से रोकता है | गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में बादाम को जरूर शामिल करना चाहिए |
बादाम कब्ज से दिलाता है राहत:
बादाम में फ़ाइबर की भरपूर मात्रा होती है, इसलिए वह ना केवल कब्ज से राहत दिलाता है बल्कि उससे बचाव भी करता है | अच्छी मात्रा में तेलीये पदार्थ होने के कारण यह सीने में जलन से राहत देता है। कब्ज को दूर करने के लिए रोज़ 4-5 बादाम का सेवन करें और ढेर सारा पानी पिएं।
बादाम वज़न घटाने में है कारगर:
पोषक तत्वों से भरपूर बादाम, वज़न घटाने में अत्यंत सहायक हैं। जिंक और विटामिन बी की मोज़ूदगी हमें मीठा खाने से रोकती है , वही कुछ बादाम खाने से ही हमारा पेट भर जाता है और हम ज़्यादा खाने से बच जाते है।
बादाम तेल की मालिश से हड्डियों में आती है मज़बूती :
हड्डियों के लिए फॉसफौरस और अत्यंत लाभदायी माने जाते है, और बादाम दोनों ही तत्वों में सम्पूर्ण है | छोटे बच्चों की बादाम के तेल से मालिश करने से उनकी हड्डियों में मज़बूती आती है | हड्डियों के रोगों से बचने के लिए रोज़ साबुत बादाम का सेवन करें या बादाम वाला दूध पिएं।
बादाम करता है त्वचा को पोषित :
बादाम त्वचा को पोषित व सुंदर कर झुर्रियों से मुक्त करता है | बादाम के तेल से मालिश करने से सन्बर्न व अन्य त्वचा संबंधित रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है | इसके तेल से मसाज करने से त्वचा निखरती है और त्वचा बिल्कुल तेलीय नहीं होती और पिम्पलस का खतरा भी नहीं होता।
बादाम ह्रदय को बनाए रखता है स्वस्थ:
बादाम में magnesium मोजूद होता है, रक्त प्रवाह व रक्त चाप में सुधार लता है, जो दिल के दोरे का खतरा भी काम करता है | दिल के स्वास्थ्य में सुधार के लिए अपने आहार में बादाम शामिल करे।
बादाम शुगर और कोलेस्ट्रॉल को करता है नियंत्रण:
बादाम का नियमित सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है व ये शुगर से होने वाली समस्याओं को भी रोकता है | एक रिसर्च के अनुसार, बादाम पुरुषों में टाइप 2 मधुमेह नियंत्रण करने में अत्यंत कारगर है |
बादाम के नुकसान:
बादाम से वैसे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन इन्हें अधिक मात्रा में खाया जाए तो अवश्य नुकसान हो सकता है |
•बादाम के अधिक सेवन से पेट में सूजन आ सकती है क्योंकी ये फ़ाइबर में उच्च होते हैं।
• हमारे शरीर को केवल 15mg विटामिन ई की आवश्यकता रोज होती हैं। बादाम के अधिक मात्रा में सेवन से विटामिन ई की मात्रा बढ़ सकती है और जिसका दुष्प्रभाव हमारी सेहत पर पड़ सकता है जैसे - दस्त , चक्कर आना , आँखों की रोशनी में गिरावट महसूस करना जैसी समस्या होती हैं।
• जो बादाम कड़वे होते हैं उनमें हाइड्रोसायनिक एसिड मौजूद होता है, जो तंत्रिका तंत्र को मंदा कर सांस लेने में समस्या उत्पन्न कर सकता है।
• बादाम की तासीर गरम होती है इसलिए इसका सेवन गर्मियों में कम करना चाहिए क्यूंकी इससे शरीर में गर्मी बढ़ सकती है।