भारतीय नौसेना होगी अब और ताकतवर: अमेरिका से हुआ 423 करोड़ के घातक हथियारों का करार

भारतीय नौसेना अब नए दमखम के साथ और मजबूत होने जा रही है। रक्षा मंत्रालय द्वारा बताया गया है कि भारत नौसेना के लिए घातक हथियार खरीदने जा रहा है।

Oct 23, 2021 - 13:22
December 11, 2021 - 23:48
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भारतीय नौसेना होगी अब और ताकतवर: अमेरिका से हुआ 423 करोड़ के घातक हथियारों का करार
Image source: livemint.com

भारतीय नौसेना अब नए दमखम के साथ और मजबूत होने जा रही है। रक्षा मंत्रालय द्वारा बताया गया है कि भारत नौसेना के लिए घातक हथियार खरीदने जा रहा है। रक्षा मंत्रालय द्वारा भारतीय नौसेना के लिए 423 करोड रुपए की लागत से तैयार एमके 54 टाँरपीडो तथा एक्सपेंडेबल( शेफ एंड फ्लेयर्स ) की खरीद के लिए अमेरिका के साथ हुए करार पर हस्ताक्षर किए गए हैं। भारत तथा अमेरिका के बीच यह डील विदेशी सैन्य बिक्री (एफएमएस) के तहत की गई है। जिसकी जानकारी बीते शुक्रवार रक्षा मंत्रालय द्वारा ट्विटर के माध्यम से दी गई है।

रक्षा मंत्रालय द्वारा ट्विटर पर प्रेषित जानकारी में लिखा है कि ‘रक्षा मंत्रालय ने भारतीय नौसेना के लिए हथियारों की खरीद के लिए अमेरिका के साथ 423 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।'
बता दें कि ये हथियार भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल  पी-8आई एयरक्राफ्ट में उपयोग किए जाने वाले विस्फोटक हैं। जिनका उपयोग भारतीय नौसेना द्वारा लंबी दूरी की समुद्री निगरानी, पनडुब्बी रोधी लड़ाई तथा सरफेस रोधी युद्ध (एएसवी) के लिए किया जाता है। जिनके आने के बाद से भारतीय नौसेना और भी ज्यादा सशक्त हो जाएगी फिलहाल भारतीय नौसेना के बेड़े में 11 पी-8आई विमान मौजूद हैं। पी-8आई विमान को पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं तथा आधुनिक समुद्र टोही क्षमताओं के लिए जाना जाता है।

डीआरडीओ द्वारा हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट के ‘अभ्यास’ का किया गया सफल परीक्षण:
डीआरडीओ के द्वारा बीते बृहस्पतिवार को हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट के अभ्यास का सफलतापूर्वक हवाई परीक्षण किया गया। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस स्वदेशी लक्ष्य विमान के विकसित होने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों के लिए, ‘एचइएटी’ की आवश्यकताएं पूरी हो जाएंगी। यह अभ्यास डीआरडीओ के वैमानिक विकास प्रतिष्ठान बेंगलुरु द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।