कोरोना के कहर के साथ बढ़ा निपाह वायरस का खतरा, जानिए सावधानियों और लक्षणों के बारे में

केरला में कोरोना संक्रमण के कहर के बाद बढ़ा निपाह वायरस का खतरा। मामले को देखते हुए केंद्र सरकार ने भेजी टीम। केरल में कोरोना महामारी के केस तेज़ी से बढ़ रहे हैं और इस कारण राज्य के मुख्यमंत्री ने राज्य में नाइट कर्फ्यू और रविवार को लॉकडाउन जारी रखने का निर्णय लिया है।

September 6, 2021 - 09:58
December 9, 2021 - 10:49
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कोरोना के कहर के साथ बढ़ा निपाह वायरस का खतरा, जानिए सावधानियों और लक्षणों के बारे में
Nipah Virus @The Quint

केरला में कोरोना संक्रमण के कहर के बाद बढ़ा निपाह वायरस का खतरा। मामले को देखते हुए केंद्र सरकार ने भेजी टीम।
केरल में कोरोना महामारी के केस तेज़ी से बढ़ रहे हैं और इस कारण राज्य के मुख्यमंत्री ने राज्य में नाइट कर्फ्यू और रविवार को लॉकडाउन जारी रखने का निर्णय लिया है। इसी बीच केरल के कोझिकोड में एक डेडली निपाह वायरस का खतरा भी मंडराने लगा है जो काफी लोगो को संक्रमित कर रहा है। मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने एनसीडीसी की एक टीम केरल भेजी है ताकि तकनीकी सहायता दी जा सके। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये पहली बार नहीं है जब निपाह वायरस से संक्रमण के केस सामने आए है, बल्कि केरल में इसके मामले पहले भी सामने आते रहे है। 
लेकिन यह सवाल अब भी बरकरार हैं कि कोरोना के बाद निपाह वायरस कहीं देश के सामने एक नई चुनौती तो नहीं है।

कितना खतरनाक है निपाह वायरस:

विशेषज्ञों के अनुसार, निपाह वायरस के खतरे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इससे संक्रमित होने वाले लोगों में से 40 से 75 फीसदी तक लोगो की मौत हो जाती है। सबसे ज्यादा चिंता का विषय यह है कि इसकी कोई दवा या पुख्ता इलाज भी नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस वायरस को दुनिया के 10 सबसे खतरनाक वायरस की सूची में शामिल किया गया है।
दूसरा,इस वायरस के खतरनाक होने के कई और कारण है जैसे इसका इंक्यूबेशन पीरियड मतलब संक्रमित समय काफी लंबा होता है। कभी कभी तो 45 दिनों का, ऐसे में अगर कोई व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित है और उसे इस बारे में पता नहीं होता तो वह अन्य लोगो को भी संक्रमित कर सकता है।

ऐसे फैलता है निपाह वायरस:

विशेषज्ञों का कहना है की यह वायरस फ्रूट बैट्स या चमगादड़ में प्राकृतिक रूप से होता है। मतलब अगर कोई व्यक्ति चमगादड़ के सीधा संपर्क में आता है, तो वह इस वायरस से संक्रमित हो सकता है।
दूसरा, अगर इस वायरस से संक्रमित चमगादड़ जब कोई फल खाते है और अपनी लार उस फल पर छोड़ देते है, ऐसे में अगर कोई व्यक्ति उस फल का सेवन करे तो वह इस वायरस से संक्रमित हो सकता है।

निपाह वायरस के लक्षण और बचने के उपाय
चमगादड़ से फैलने वाले निपाह वायरस के  आम लक्षणों में नर्वस इन्फेक्शन, भयानक सिर दर्द, उल्टियां, बेहोशी और मतली शामिल है।

बचने के उपाय:

1. खाना खाने से पहले अपने हाथों को अच्छे से धोएं और हर आधे घंटे में सैनिटाइज करते रहें।
2. दूषित फलों को खाने से बचे जैसे दूषित खजूर और आम।
3. संक्रमित हुए व्यक्ति से दूर रहें।
4. अपने आस पास स्वच्छता को बनाए रखें।

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