World Hypertension Day: जानिए क्यों मनाते हैं वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे और क्या है इस साल की थीम ?
World Hypertension Day: हाई ब्लड प्रेशर ( High Blood Pressure) के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से WHL यानी की वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग (World Hypertension League) द्वारा 14 मई 2005 को " हाई ब्लड प्रेशर के प्रति जागरूकता" थीम के साथ इस सफ़र की शुरुआत की गई थी।
World Hypertension Day 2022: वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे (World Hypertension Day) मतलब उच्च रक्तचाप/हाई ब्लड प्रेशर ( High Blood Pressure) के बारे में जागरूकता फैलाने वाला दिन। अगर आसान भाषा में कहा जाए तो हाइपरटेंशन में आपका ब्लड प्रेशर सामान्य से अधिक हो जाता है जिसकी वजह से हार्ट अटैक (Heart Attack) और पक्षाघात जैसी समस्या भी पैदा हो सकती है।
वैसे तो अच्छे काम का कोई दिन नहीं होता लेकिन फिर भी किसी दिन तो शुरू करना ही होता है तो, हाई ब्लड प्रेशर ( High Blood Pressure) के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से WHL यानी की वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग (World Hypertension League) द्वारा 14 मई 2005 को " हाई ब्लड प्रेशर के प्रति जागरूकता" थीम के साथ इस सफ़र की शुरुआत की गई थी। लेकिन 2005 के अगले ही साल यानी 2006 से 17 मई को "वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे" सार्वजनिक रूप से मनाया जाने लगा और इसकी थीम "ट्रीट टू गोल" (Treat to Goal) रखी गयी।
बता दें कि कुछ जानकार हाई ब्लड प्रेशर को साइलेन्ट् किलर (silent killer) के नाम से भी जानते हैं लेकिन विडम्बना ये है कि आज भी इतने प्रयासों के बावजूद, बहुत सारे लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं। वहीं आजकल की स्ट्रेस से भरी ज़िंदगी में ये समस्या और भी ज़्यादा देखने को मिल रही है और आंकड़ों के हिसाब से दुनिया के लगभग 20 फीसदी लोग हाइपरटेंशन के साथ ज़िंदगी जी रहे हैं। हर साल इस दिन की एक थीम निर्धारित की जाती है। जहां इस साल की थीम "अपने रक्त चाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें” रखी गई है।
हाईपरटेंशन के होने के कारणों की बात करें तो सच्चाई ये है कि किसी भी रिसर्च में इसका वास्तविक कारण नहीं पता लग पाया है, लेकिन ऐसा देखा गया है कि हाई ब्लड प्रेशर जेनेटिक्स, डाइट, लाइफस्टाइल,उम्र इन सब पर निर्भर करता है।
सामान्य ब्लड प्रेशर सिस्टोलिक (systolic) 120 mm Hg, डास्टोलिक (diastolic) 80 mm Hg में मापा जाता है, और अगर ये ब्लड प्रेशर सिस्टोलिक 140 mm Hg या डास्टोलिक 90 mm Hg हो जाता है, तो इसे बहुत गंभीर माना जाता है।
वहीं इससे बचाव की बात करें तो अच्छी दिनचर्या, सही जानकारी और डॉक्टर की सलाह के साथ इस पर भी काबू पाया जा सकता है। इसलिए हेल्दी डाइट अपनाना, ब्लड प्रेशर मापते रहना और नियमित रूप से व्यायाम तथा योगासन करते रहना इससे बचाव कर सकता है।