भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया पॉलीमर डिवाइस, अब आसानी से लग पाएगा विस्फोटकों का पता
कुछ शोधकर्ताओं ने एक ऐसी पॉलीमर डिवाइस की खोज की है जो उच्च क्षमता वाले विस्फोटकों को डिटेक्ट कर सकेगा।
भारतीय वैज्ञानिकों ने एक नयी तकनीक का शोध कर लिया है जिसके माध्यम से अधिक क्षमता वाले विस्फोटकों के बारे में जान पाना सरल होगा। पॉलीमर पर आधारित इस कम खर्चीली तकनीक की सहायता से नाइट्रो-एरोमैटिक रसायनों से बने बड़ी क्षमता वाले विस्फोटकों की जानकारी प्राप्त करना आसान होगा। इस तकनीक के माध्यम से आपराधिक जाँच तथा बारूदी सुरंग से निहित स्थानों का पता लगाना आसान हो जाएगा, और साथ ही ये सुरक्षा की दृष्टि से भी कारगर साबित होगा।
डिवाइस देगा विस्फोटकों के उपस्थिति की जानकारी:
वैज्ञानिकों ने एक ऐसा शोध किया है जो विस्फोटकों को जल्द से जल्द ढूँढ निकालेगा। यह डिवाइस पॉलीमर से बनाया गया है जिसकी सेंसर तकनीक खर्चीली नहीं है। इसकी सहायता से नाइट्रो-एरोमैटिक रसायनों वाले अधिक मात्रा और क्षमता वाले विस्फोटकों का पता लगाना आसान होगा। इन्स्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडी इन साइंस एण्ड टेक्नॉलोजी, गुवाहाटी के डॉ. नीलोत्पल सेन शर्मा ने इस डिवाइस के शोध का नेतृत्व किया। इस शोध में डॉ. शर्मा के साथ कुछ शोधकर्ता और वैज्ञानिक शामिल थे जिन्होंने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के इस समूह ने साथ मिलकर काम करके इस पॉलीमर तकनीक की खोज की।
अपनी इस उपलब्धि के लिए इस शोध समूह ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रोद्योगिकी विभाग-DEITY ,भारत सरकार से वित्तपोषित नई प्रोद्योगिकी को पेटेंट कराने के लिए भी आवेदन किया है।
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